Greater Noida Police: करीब दो सप्ताह पूर्व दादरी कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत नारायण गोल चक्कर पर हुई सुखपाल की हत्या के मामले में पुलिस ने दो साजिश करने वाले बदमाशों को गिरफ्तार किया है। सुखपाल की बाइक सवार दो बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके बाद मृतक के परिजनों ने कासना गांव के रहने वाले 8 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। मगर इस मामले में सभी आरोपी निर्दोष पाए गए थे। इसके बाद पुलिस को हत्या के तार किसी और से जुड़े होने का अंदेशा हो गया था। इसके बाद पुलिस ने मंगलवार को हत्या में शामिल दो लोगों को गिरफ्तार किया है जबकि हत्या को अंजाम देने वाले दोनों शार्प शूटर अभी फरार चल रहे हैं।
कासना गांव के रहने वाले सुखपाल की 11 जनवरी को नारायण गोल चक्कर के पास बाइक सवार बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में पुलिस ने रतन सिंह निवासी सुनपुरा और साजिद निवासी हापुड़ को गिरफ्तार किया है।
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डीसीपी ग्रेटर नोएडा साद मियां खान (DCP Greater Noida Saad Myia Khan) ने बताया कि सुखपाल का साला रोहित निवासी सुनपुरा गांव के ही रहने वाले प्रवीण पुत्र रतन सिंह के साथ आपराधिक वारदातों में लिप्त रहता था। वर्ष 2019 में रोहित और प्रवीण ग्रेटर नोएडा में एक लूट की घटना को अंजाम दे रहे थे। इसी दौरान भीड़ ने दोनों को घेर लिया था। मौके पर भीड़ ने प्रवीण की पीट-पीट कर हत्या कर दी। प्रवीण की हत्या के बाद रतन सिंह और और उसका परिवार बेटे की हत्या का जिम्मेदार रोहित को मान रहे था । अब रतन सिंह छोटे बेटे निशु का सहारा लेकर बड़े बेटे प्रवीण की हत्या का बदला लेने के फिराक में था। जिसको लेकर रतन सिंह ने रोहित के पिता रामकिशोर पर हमला कराया था।
हालांकि हमले में रामकिशोर बाल बाल बच गया। इस मामले में वर्ष 2020 में मुकदमा दर्ज किया गया था । अब सुखपाल, ससुर रामकिशोर के हमले के मामले में कोर्ट में पैरवी कर रहा था। इसके बाद से ही रतन सिंह और बेटे निशु को यह अंदेशा था कि सुखपाल के जिंदा रहने तक रामकिशोर और उसके बेटे रोहित से प्रवीण की हत्या का बदला नहीं लिया जा सकता। इसलिए पहले दोनों बाप बेटे ने मिलकर सुखपाल की हत्या की योजना बनाई थी। जिसके लिए रतन सिंह ने बेटे निशू के दोस्त शादाब की डासना जेल से जमानत कराई थी। पुलिस ने बताया कि निशू और साजिद निवासी हापुड दोनों अच्छे दोस्त हैं साजिद ने ही निशू और उसके पिता को शादाब की जमानत कराने के लिए कहा था। इसके बाद शादाब और निशू ने मिलकर 11 जनवरी को सुखपाल की हत्या कर दी। अब गोली मारने वाले शूटर शादाब और निशु फरार है, पुलिस जिनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है। प्रेसवार्ता में दादरी एसीपी रमेश चंद्र पांडे, दादरी थाना प्रभारी सुजीत उपाध्याय मौजूद रहे।