Bihar Politics: बिहार की राजनीति में ही नही देशभर में अपनी छाप छोड़ चुके कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिए जाने के बाद सीएम नीतीश कुमार के बोल बदल गए। अब उनके मुंह से प्रधानमंत्री की प्रशंसा और रोहिणी आचार्या के संदेश के साथ जिस खेला ने रंग दिखाया, आज उसका परिणाम आ सकता है। सूत्रों के अनुसार सीएम नीतीश ने गवर्नर से मिलने का समय मांगा है। नीतीश कुमार राजभवन पहुंच गए। वह सीएम हाउस से निकलकर सीधे राजभवन पहुंचे। उनके साथ बिहार सरकार के मंत्री और जदयू के वरीय नेता विजेंद्र यादव भी मौजदू हैं।
यह भी पढ़े : Group Marriage: मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह में 224 जोड़ों ने एक दूसरे को पहनाई वरमाला
बिहार की राजनीति के हालात के बारे में पश्चिम बंगाल के बागडोगरा एयरपोर्ट पर कांग्रेस के वरीय नेता और सांसद जयराम रमेश ने कहा कि मुझे फिलहाल कुछ पता नहीं। बिहार की राजनीति पर टिप्पणी नहीं करुंगा। क्या होगा पता नहीं। लेकिन, इतना जरूर कहना चाहता हूं कि नीतीश कुमार ने इंडिया गठबंधन की बैठक में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। बता दें कि नीतीश कुमार ने 18 जून 2023 को पटना में विपक्षी दलों की पहली बैठक बुलाई। दूसरी बैठक 17-18 जुलाई को बेंगलुरु में हुई फिर 31 अगस्त-1 सितंबर को मुंबई में बैठक हुई। इस तीनों बैठकों में नीतीश कुमार ने अहम योगदान दिया। हमलोग मान कर चल रहे थे कि वह भाजपा के खिलाफ लड़ेंगे। भाजपा के विचारधारा से लड़ रहे थे। अब आगे दो-तीन दिन क्या होगा पता नहीं।
यह भी पढ़े : UP News: अयोध्या में अमेरिकी कंपनी खोलेगी सौ कमरे वाला रिजॉर्ट, हुआ एग्रीमेंट
वही, बिहार प्रभारी विनोद तावड़े प्रभारी भाजपा के प्रदेश कार्यालय पहुंचे। मीडिया ने उनके सीएम नीतीश कुमार से साथ मिलकर सरकार बनाने से लेकर कई सवाल किए लेकिन उन्होंने केवल नमस्कार किया और धन्यवाद दिया। यह कहते हुए वह कार्यालय चले गए। इसके अलावा उन्होंने कुछ भी नहीं कहा।