ग्रेटर नोएडा । आईआईएमटी कॉलेज आॅफ इंजीनियरिंग (IIMT College Of Engineering) और आईआईएमटी कॉलेज आॅफ पॉलिटेक्निक में ‘रिसेंट इन्नोवेशन एंड इवोल्यूशन इन इंजीनियरिंग, साइंस एंड मैनेजमेंट’ विषय पर संयुक्त रूप से नेशनल कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया।
राष्ट्रीय सम्मेलन में 200 से अधिक शोध पत्र प्रस्तुत किये गये और उन्हें एक सम्मेलन सार-संग्रह में संकलित किया गया। इस दौरान मुख्य अतिथि के रूप में एचएनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति बीएस राजपूत और मुख्य वक्ता के रूप में जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय नई दिल्ली के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. नवेद जाफर रिजवी ने भाग लिया।
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बीएस राजपूत ने कहा कि छात्रों को अनुसंधान की तरफ ध्यान देना होगा। तकनीकी विकास के लिए शिक्षकों और छात्रों को गंभीर होकर चितंन करना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि रिसर्च स्कॉलरों को हमेशा एथिक्स को ध्यान में रखकर काम करना चाहिए साथ ही शोधार्थियों को प्लेजरिज्म से बचना चाहिए। वहीं मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. नवेद जाफर रिजवी ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम से छात्रों को इंजीनियरिंग में आधुनिक पहलुओं बारे सीखने का मौका मिलेगा। इसी के साथ ही बताया कि छात्रों को अपनी काबलियत और अपनी ऊर्जा का सही दिशा में करना चाहिए। इसके लिए छात्र अपने शिक्षकों से मदद ले सकते हैं। इस अवसर पर आईआईएमटी कॉलेज समूह के निदेशक केके पालीवाल, कॉलेज आॅफ इंजीनियरिंग के डॉयरेक्टर डॉ. एस.एस. त्यागी, कॉलेज आॅफ पॉलिटेक्निक के डॉयरेक्टर प्रो. उमेश कुमार,डॉ. भास्कर गुप्ता, डॉ. ए.पी. सिंह, डॉ. शिवम अग्रवाल डॉ. चित्रा गुप्ता, डॉ. तबस्सुम अब्बासी, कनु प्रिया, तन्मय गुप्ता, प्रशांत शर्मा, श्वेता दुबे, डॉ. हिमांशु गुप्ता, सचिन कुमार, डॉ. रूपसी राठी, निशु अग्रवाल, धर्मेंद्र कुमार, सत्यवीर सिंह और तेज प्रकाश सहित अनेक छात्र मौजूद रहे।