प्रशांत कुमार को चैथी बार राष्ट्रपति का वीरता, एनएसजी डीआईजी मंजिल सैनी को मिलेगा मेडल

पुलिस के लिए मेडल मिलना गर्व की बात है। इस बार आईपीस अफसर प्रशांत कुमार और मंजिल सैनी को मेडल मिलने जा रहा है। बता दें कि दिल्ली के डॉक्टर श्रीकांत गौड़ को मेरठ में अपहरणकर्ताओं के चंगुल से छुड़ाने वाली टीम में शामिल तत्कालीन एडीजी जोन मेरठ प्रशांत कुमार और एसएसपी मेरठ मंजिल सैनी थे। जिन्हें गणतंत्र दिवस के अवसर पर गैलेंट्री मेडल देने की घोषणा केंद्रीय गृह मंत्रालय ने की है। प्रशांत कुमार को चैथी बार राष्ट्रपति का वीरता पदक दिया गया है। इसके अलावा उनको 15 अन्य पदक व कमंडेशन डिस्क भी मिल चुकी है। इसके अलावा सात पुलिसकर्मियों को उत्कृष्ट सेवाओं के लिए और 74 को सराहनीय सेवाओं के लिए राष्ट्रपति का पुलिस पदक दिया जाएगा।

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बता दें कि 6 जुलाई 2017 को दिल्ली के प्रीत विहार से ओला कैब बुक कराने वाले डॉक्टर श्रीकांत का बदमाशों ने अपहरण कर लिया था, जिसके बाद उनको मेरठ में बंधक बनाकर रखा गया था। बदमाशों ने पांच करोड़ रुपये फिरौती मांगी थी। दिल्ली पुलिस ने अपहरणकर्ताओं की लोकेशन तलाश करने के बाद मेरठ के परतापुर में छापा मारा और मुठभेड़ के बाद उनको छुड़ा लिया। इस दौरान मेरठ के वरिष्ठ पुलिस अफसर एडीजी जोन प्रशांत कुमार और एसएसपी मंजिल सैनी मौजूद थे। दिल्ली और मेरठ पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए चार बदमाशों को गिरफ्तार किया था। वर्तमान में प्रशांत कुमार डीजी कानून-व्यवस्था, जबकि मंजिल सैनी डीआईजी एनएसजी के पद पर तैनात हैं।

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