हिस्ट्रीशीटरों और वांछित बदमाशों को पकड़ने के लिए करीब 28 ठिकानों पर दी दबिश
नोएडा । आँपरेशन प्रहार के तहत सोमवार दोपहर नोएडा पुलिस ने गाजियाबाद और दिल्ली पुलिस के साथ खोड़ा में हिस्ट्रीशीटरों और वांछित बदमाशों को पकड़ने के लिए करीब 28 ठिकानों पर दबिश दी। इस दौरान एक प्लाटून पीएसी बल भी साथ रहा। हालांकि, करीब दो घंटे तक चले आॅपरेशन में कोई इनामी बदमाश या वांछित गिरफ्तार नहीं हो पाया।
पुलिस की टीम ने अपराधियों के ठिकानों पर दबिश देकर संदिग्धों से पूछताछ की। वांछित बदमाशों के बारे में जानकारी जुटाई। इस दौरान खोड़ा में रहने वाले नए बदमाशों को चिह्नित करने से लेकर फरार बदमाशों के बारे में जानकारी जुटाई गई। पुलिस की टीम ने एनएच-24 की तरफ से यह अभियान शुरू किया। भारी पुलिस बल को देखते ही खोड़ा में तरह-तरह की चचार्एं शुरू हो गईं। स्थानीय लोग 100 से अधिक पुलिसकर्मियों और अधिकारियों को देखकर किसी बड़ी वारदात होने की आशंका जताने लगे। आसपास हड़कंप मच गया। हालांकि, पुलिस ने उन्हें जब यह बताया कि यह बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए एक संयुक्त अभियान है तो स्थानीय लोगों की जिज्ञासा शांत हुई।
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एडिशनल डीसीपी मनीष कुमार मिश्र ने बताया कि पुलिस ने पूछताछ में यह भी पता किया कि खोड़ा के रहने वाले ऐसे बदमाश, जो जेल से छूटे हैं, वे फिलहाल कहां हैं। पुलिस कमिश्नर के आदेश पर यह अभियान चलाया गया है। खोड़ा नोएडा, गाजियाबाद और दिल्ली के बीच बसा हुआ सघन इलाका है। यहां बगैर सत्यापन के लोग रहते हैं। आरोप लगता रहा है कि यह क्षेत्र बदमाशों की शरणस्थली है। इस कारण बदमाशों पर शिकंजा कसने के लिए यह अभियान चलाया गया। इस अभियान का मकसद इंटेलिजेंस को मजबूत बनाना भी था। अभियान से पुलिस को अतिरिक्त सूचनाएं भी मिलती हैं।
पुलिस ने यहाँ चलाया अभियान
आँपरेशन प्रहार करीब पांच किलोमीटर की रेंज में चला। अभियान पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के निर्देश पर चलाया गया। इसका नेतृत्व नोएडा जोन के सर्किल दो के एसीपी अरविंद कुमार ने किया। गाजियाबाद के गाजीपुर थाना प्रभारी और दिल्ली पुलिस के पुलिसकर्मी भी इसमें शामिल रहे। एसीपी अरविंद कुमार ने बताया कि अभियान के दौरान जितने भी आरोपी फरार मिले हैं, उनकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। बदमाशों के बारे में कई अहम जानकारी पुलिस के हाथ लगी हैं। मोबाइल और चेन लुटेरों पर शिकंजा कसने के लिए यह अभियान हर साल चलाया जाता है।
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आँपरेशन प्रहार आगे भी चलता रहेगा
एडिशनल डीसीपी ने बताया कि ऐसे अभियान से सीमावर्ती जिले और राज्यों की पुलिस के साथ समन्वय और एकजुटता बढ़ती है। अपराधियों से संबंधित जानकारी एक-दूसरे से साझा की जाती है। अधिकारियों ने बताया कि बदमाशों के खिलाफ आॅपरेशन प्रहार आगे भी चलता रहेगा। पुलिस इन पर अभियान चलाकर शिकंजा कसती रहेगी। एडीसीपी ने बताया कि हम लोगों की नोएडा के आसपास की कई ऐसे पॉकेट पर नजर है। जहां संदिग्ध लोग छिपने और रुकने का प्रयास करते हैं। ऐसे पॉकेट में लगातार इस तरह का अभियान चलेगा। आॅपरेशन के दौरान 30 से अधिक बदमाशों के बारे में अहम जानकारी पुलिस को मिलीं।