Greater Noida News: बिल्डरों की मनमानी कम होने का नाम नही ले रही। भू-जल विभाग ग्रेनो वेस्ट की मेफेयर रेजीडेंसी सोसाइटी के बिल्डर के खिलाफ एफआईआर कराएगा। ऐसा इसलिए कराया जाएगा क्योकि बार-बार नोटिस के बाद भी बिल्डर की ओर से बोरवेल को बंद नहीं कर रहा है। जबकि बिल्डर पर जुर्माना लगाने के साथ-साथ रिकवरी सर्टिफिकेट (आरसी) जारी करने की कार्रवाई हो चुकी है। उधर, सोसाइटी में ग्रेनो प्राधिकरण की ओर से पानी की आपूर्ति नहीं की जाती।
बता दें कि ग्रेनो वेस्ट में सुपरसिटी डेवलपर्स बिल्डर का मेफेयर रेजीडेंसी प्रोजेक्ट है। निर्माणाधीन प्रोजेक्ट में बिल्डर ने 100 से अधिक बायर्स को कब्जा दे दिया है। जबकि प्राधिकरण से आक्यूपेंसी सर्टिफिकेट जारी नहीं हुआ है। इस कारण प्रोजेक्ट को पानी का कनेक्शन भी नहीं मिला है। ऐसे में बिल्डर घरों में आपूर्ति करने के लिए बोरवेल से भूजल दोहन कर रहा है। कुछ निवासी इसकी लगातार शिकायत कर रहे हैं। 20 जून को विभाग ने बिल्डर पर 5 लाख रुपये का जुर्माना लगाकर बोरवेल को बंद करने का नोटिस जारी किया था।
हाइड्रोलॉजिस्ट भूगर्भ जल विभाग की अंकिता राय ने कहा कि मेफेयर रेजीडेंसी सोसाइटी के बिल्डर पर मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। सोसाइटी अभी निर्माणाधीन है। वहां पर पानी का कनेक्शन नहीं है। पानी की व्यवस्था कराने के लिए प्राधिकरण को भी पत्र लिखा जा चुका है।
हालांकि बिल्डर ने न बोरवेल बंद किया न जुर्माना जमा किया। बिल्डर के रवैये को देखते हुए प्रशासन ने जुर्माना राशि दोगुना कर आरसी जारी कर दी। मामले में निवासियों ने बोरवेल चालू होने की फिर से शिकायत की है। जिस पर भूगर्भ जल विभाग ने बिल्डर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का फैसला लिया है।
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पानी की हो सकती है किल्लत
भू-जल विभाग की टीम सोसाइटी को बोरवेल को सील करने की कोशिश कर रही है। टीम ने एक बार प्रयास किया, लेकिन सोसाइटी के अन्य निवासियों ने उसका विरोध कर दिया। यदि बोरवेल सील होगा तो फिर सोसाइटी में पानी की किल्लत होगी। वहीं शिकायतकर्ता लगातार शिकायत कर रहे हैं। विभाग ने इस संबंध में प्राधिकरण को भी पत्र लिखा है।