Noida Police: एमिटी यूनिवर्सिटी के छात्र कर रहे थे नशे का कारोबार, पुलिस ने ऐसे करा पर्दाफाश
Noida Police: गौतम बुद्ध नगर कमिश्नरेट लगातार नशे का कारोबार करने वालों पर शिकंजा कसती जा रही है। एक के बाद एक कई बड़े मामले कमिश्नरेट पुलिस खुलासा कर चुकी है। इस बार ऐसा खुलासा किया है आप सुनेंगे तो दंग रह जाएंगे। इस बार कोई प्रोफेश्नल नही बल्कि नशे के कारोबार करने वाले में सेक्टर 125 स्थित एमिटी यूनिवर्सिटी में एमबीए और लॉ में पढ़ रहे छात्रों को 4 छात्र और 5 अन्य गिरफ्तार किये गए है। ये सभी नशे का कारोबार करने के मामले में गिरफ्तार किये गए। पुलिस ने उनके कब्जे से करीब 20 से 25 लख रुपए के नशीले पदार्थ बरामद किए हैं। ज्यादातर यह लोग व्हाट्सएप, टेलीग्राम और स्नैपचैट के माध्यम से यूनिवर्सिटी में ही पढ़ने वाले छात्रों को नशीले पदार्थ बेचते थे।
डीसीपी नोएडा हरिश्चंद्र, एडिशनल डीसीपी शक्ति अवस्थी और एसीपी प्रथम रजनीश वर्मा ने बताया कि नशे का कारोबार बड़े पैमाने पर किया जा रहा था। जैसे ही इसकी खबर पुलिस को लगी तो पुलिस ने इस पूरे गोरख धंधे का पर्दाफाश कर दिया। पुलिस का दावा है की चेकिंग के दौरान 9 युवकों को गिरफ्तार किया गया है। डीसीपी हरिश्चंद्र ने बताया कि इस पूरे धंधे में नाइजीरियाई मूल का व्यक्ति दिल्ली से ही इन्हें बेचने के लिए सप्लाई देता है। पुलिस उसका भी पता लग रही है। चार एमिटी के स्टूडेंट है और पांच अन्य लोग इस पूरे मामले में गिरफ्तार किया जा चुके हैं, जबकि तीन युवक फरार है।
बेचते थे विदेशी नशीले पदार्थ
डीसीपी ने बताया कि यह गिरोह केवल भारतीय ही नहीं बल्कि विदेशी नशीले पदार्थ भी छात्रों को बेचता था। इनके कब्जे से पार्सल कहे जाने वाले पैकेट बरामद हुए हैं। एक पैकेट की कीमत करीब 6000 है, जिसमें गांजा और ओसियन ग्रंोथ जो कि गंजे की ही तरह होता है, लेकिन यह विदेशी है। पुलिस ने बरामद किया है, गंजा इन छात्रों को मैनपुरी का रहने वाला एक व्यक्ति उपलब्ध कराता था।
किसी छात्र की क्या भूमिका
पुलिस ने पकड़े गए सभी युवकों की भूमिका अलग-अलग प्रकार से बताइ है। सागर नामक युवक एमिटी यूनिवर्सिटी में एमबीए का द्वितीय वर्ष का छात्र है और उसके अलावा बीए-एलएलबी में चैथे वर्ष में आदित्य तृतीय वर्ष में, दर्शन बीए-एलएलबी द्वितीय वर्ष में, अपूर्व सक्सेना एमबीए पढ़ता है। यह सभी एमिटी के साथ-साथ अन्य शिक्षण संस्थानों में गंजा, एमडीएमए ओजी आदि सप्लाई करते थे। ओजी एक विदेशी गंजा की तरह पदार्थ है जिसकी सप्लाई ताइवान से अक्षय कुमार करता है। दरअसल, अक्षय कुमार की पत्नी ताइवान में नौकरी करती है। वहां उसे ओजी भेजती है। ओजी प्रति ग्राम करीब 10000 रुपये बताई गई है। एमडीएमए के साथ-साथ कोकीन की भी सप्लाई यह गिरोह करता था।
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पीजी में रहने वाले छात्रों को ऑनलाइन बुकिंग करके भेजते थे नशीले पदार्थ
यह छात्र और उनके साथी पीजी में रहने वाले छात्रों को भी नशीले पदार्थ ऑनलाइन बुकिंग करके सप्लाई करते थे। इसके अलावा एमिटी यूनिवर्सिटी, एशियन लॉ कॉलेज के अलावा कई अन्य कॉलेजों में भी नशीले पदार्थ सप्लाई किया करते थे। ज्यादातर नवयुवकों और युवक्तियांे को ही यह अपना ग्राहक बनाते थे।
ये है आरोपियों के नाम
पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों के नाम राजन सिंह पुत्र अमरपाल, दर्शन पुत्र विवेक जैन, आदित्य कुमार पुत्र चंद्रजीत सिंह, सत्येंद्र श्रीवास्तव पुत्र सूरजपाल श्रीवास्तव, सागर बजाज पुत्र योगेश बजाज, अनित सोम पुत्र ब्रह्म सिंह, अपूर्व सक्सेना पुत्र अनिल सक्सेना और नरेंद्र कुमार पुत्र सुरेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है। जबकि शुभम जैन उर्फ योगेंद्र, युवराज और उपेंद्र गाजियाबाद के रहने वाले हैं। पुलिस उनकी गिरफ्तारी जल्दी करेगी।
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