G-20 Summit Updates: विदेशी नेताओं का भारत की धरती पर जोरदार स्वागत, ये मंत्री कर रहें रिसिव
1 min read

G-20 Summit Updates: विदेशी नेताओं का भारत की धरती पर जोरदार स्वागत, ये मंत्री कर रहें रिसिव

G-20 Summit Updates: जी-20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए शुक्रवार को कई विदेशी महमान नई दिल्ली पहुंचे। इनमें ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा, इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी, अर्जेंटीना के राष्ट्रपति अल्बर्टो फर्नांडीज, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा शामिल रहे। दिल्ली हवाईअड्डे पर इन लोगों का स्वागत अलग-अलग केंद्रीय मंत्रियों ने किया। केंद्रीय मंत्रियों अश्विनी कुमार चौबे, दर्शना जरदोश, शोभा करंदलाजे, फग्गन सिंह कुलस्ते और रावसाहेब पाटिल दानवे को इनके स्वागत की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।

यह भी पढ़े : G-20 Summit:अंतरराष्ट्रीय संस्थानों में बदलाव समय की मांग: एंटोनियो गुटेरेस

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक अपनी पत्नी अक्षता मूर्ति के साथ नई दिल्ली पहुंचे। हवाईअड्डे पर अगवानी करने पहुंचे केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय में राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने सुनक और उनकी पत्नी का ह्यजय सियाराम के संबोधन से स्वागत किया। ब्रिटिश प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए भारत में ब्रिटेन के उच्चायुक्त एलेक्स एलिस और वरिष्ठ राजनयिकों भी शामिल रहे। उन्होंने हवाईअड्डे पर उनके सम्मान में आयोजित पारंपरिक नृत्य की सराहना की। केंद्रीय मंत्री ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री का स्वागत करते हुए रुद्राक्ष, श्रीमद्भागवत गीता और हनुमान चालीसा भेंट की।


बक्सर के आध्यात्मिक इतिहास के बारे में बताया
केंद्रीय मंत्री चौबे ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री को बताया कि वह बिहार के बक्सर से सांसद हैं। उन्होंने ऋषि सुनक को बक्सर के आध्यात्मिक इतिहास से अवगत करया और कहा कि प्राचीन काल से ही यह काफी प्रसद्धि नगर है। भगवान श्रीराम और उनके भाई लक्ष्मण ने गुरु महर्षि विश्वामित्र से शक्षिा-दीक्षा ली थी और ताड़का वध किया था। ऋषि सुनक ने भी भारत की आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक के बारे में रूचि लेकर सुन रहे थे। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत आपके पूर्वजों की धरती है और आपके यहां आने से सभी लोगों में काफी उत्साह है। केंद्रीय मंत्री ने अयोध्या, बक्सर सहित मां जानकी के जन्म स्थान सीतामढ़ी और बांका के मंदार पर्वत की आध्यात्मिक संस्कृति के बारे में भी सुनक और उनकी पत्नी को बताया। ब्रिटिश प्रधानमंत्री की पत्नी अक्षता मूर्ति इंफोसिस के संस्थापक एनआर नारायण मूर्ति और सुधा मूर्ति की बेटी हैं।
नई दिल्ली का दौरा बहुत खास : ऋषि सुनक
भारत आने से पूर्व ऋषि सुनक ने कहा, जी-20 नेताओं के शिखर सम्मेलन के लिए नई दिल्ली का उनका दौरा ह्यबहुत खास है। नई दिल्ली की अपनी उड़ान में पत्रकारों से बातचीत में कहा, मैं भारत आने को लेकर उत्साहित हूं। भारत एक ऐसा देश है, जो मेरे लिए बहुत प्रिय है। यह यात्रा बहुत खास है। मैंने कहीं देखा कि मुझे ह्यभारत के दामाद के रूप में संदर्भित किया गया था, मुझे उम्मीद है कि यह प्यार से कहा गया होगा।  ऋषि सुनक ने कहा, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जी-20 में नहीं पहुंच रहे हैं। वह अपने खुद के राजनयिक निर्वासन के वास्तुकार हैं, अपने राष्ट्रपति महल में अलग-थलग रहे हैं और आलोचना और हकीकत को रोक रहे हैं। इस बीच, जी-20 के बाकी सदस्य यह प्रदर्शित कर रहे हैं हम आगे आएंगे और पुतिन की हार के लिए मिलकर काम करेंगे।

यह भी पढ़े : Noida News:किसानों की एकता के सामने प्राधिकरण फेल, बुलडोलर वापस लेकर लौटे


पारंपरिक नृत्य से हुआ जापानी पीएम का स्वागत
जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा का हवाईअड्डे पर अश्वनी कुमार चौबे ने स्वागत किया। हवाईअड्डे पर उनके सम्मान में पारंपरिक नृत्य का आयोजन किया गया। इस दौरान उन्होंने इस स्वागत के लिए अपनी खुशी जाहिर की। प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा शनिवार को जी-20 सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। इसके साथ वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय मुद्दों पर भी चर्चा करेंगे। भारत और जापान के बीच अपने संबंधों को और मजबूत करने के लिए यह बेहतरीन समय है। क्योंकि नई दिल्ली जी-20 और टोक्यों जी-7 की अध्यक्षता संभाल रहा है। इससे पहले किशिदा मार्च में भारत दौरे पर आए थे। इसके बाद मई में हिरोशिमा में हुई जी-7 की बैठक में भी दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों की मुलाकात हुई थी। ऐसे में माना जा रहा है कि जी-20 के दौरान मुलाकात से दोनों देशों के बीच आपसी समझ बढ़ेगी और संबंध मजबूत होंगे। दोनों देशों के बीच संबंध सदियों पुराना और ऐतिहासिक है। दोनों देशों के बीच आदान प्रदान छठी शताब्दी से शुरू होता है, जब जापान में बौद्ध धर्म की शुरूआत हुई थी। भारत और जापान दोनों एशियाई क्षेत्र में चीन की आक्रामक चुनौतियों से निपट रहे हैं, ऐसे में पिछले कुछ दशकों में जापान के साथ राजनीतिक संबंध काफी गहरे हुए हैं। दोनों देशों में रणनीतिक और व्यापारिक संबंध मजबूत हुए हैं। इस बैठक के बाद संबंध और मजबूत होने की उम्मीद है। भारत और जापान पहले ही विदेश और रक्षा मंत्रियों को शामिल करते हुए सुरक्षा सहित साझेदारी विकसित की है। दोनों देश संयुक्त सैन्य अभ्यास में भाग लेते हैं। रक्षा उपकरण व्यापार से लेकर सैन्य रसद तक विभिन्न साझेदारी समझौते करते हैं। जापान भारत का 13वां सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है, जबकि भारत जापान का 18वां सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है।
शेख हसीना का जोरदार स्वागत
शेख हसीना का दिल्ली हवाई अड्डे पर केंद्रीय मंत्री दर्शना जरदोश ने जोरदार स्वागत किया। उन्होंने हवाईअड्डे पर उनके सम्मान में आयोजित पारंपरिक नृत्य की सराहना की। शेख हसीना इस दौरे पर भारत के साथ कृषि अनुसंधान क्षेत्र में सहयोग, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और दोनों देशों के नागरिकों के बीच लेनदेन की सुविधा पर तीन समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर कर सकती हैं।

यह भी पढ़े : Noida Police: ये वो गैंग है जो फर्जी तरीके से आपको बना देता था लखपति-करोड़पति, जानें कैसे

आईएमएफ चीफ ने किया नृत्य
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) प्रमुख क्रिस्टालिना जॉजीर्वा उन शीर्ष नेताओं में शामिल हैं, जो जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए शुक्रवार सुबह राष्ट्रीय राजधानी पहुंचीं। उनका हवाईअड्डे पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन के साथ स्वागत किया गया। अपने आगमन पर बेहद उत्साहित दिख रहीं जॉजीर्वा ने हवाईअड्डे पर संगीत की धुन पर नृत्य भी किया। वहीं, कोमोरोस संघ के राष्ट्रपति और अफ्रीकी संघ (एयू) के अध्यक्ष, अजाली असौमानी भी शुक्रवार को नई दिल्ली पहुंचे। इनके अलावा, विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) के महानिदेशक नगोजी ओकोन्जो-इवेला भी जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए गुरुवार रात नई दिल्ली पहुंचे। यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल भी गुरुवार को नई दिल्ली पहुंचे थे। केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल को इनके स्वागत की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।

यहां से शेयर करें