Noida। प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी लोकेश एस ने जल विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर जल आपूर्ति में सुधार हेतु समीक्षा की। इस दौरान भूजल दोहन को रोकने के लिए अवैध बोरिंग पर रोक लगाने के लिए जिला मजिस्ट्रेट को पत्र भेजने की बात कही, साथ ही पानी की बेहतर व्यवस्था करने के लिए जलालपूर्ति में सुधार के 11 रैनी वेल नए बनाए जाएंगे, उपकरण प्रयोग करने के लिए आदेश दिए।
डीजीएम जल राघवेंद्र प्रताप सिंह के नेतृत्व में जल आपूर्ति में सुधार हेतु शहर में बढ़ती जनसंख्या और औद्योगिक के विकास के चलते पानी की आवश्यकता में वृद्धि होने के कारण, बड़े पैमाने पर भूजल दोहन के परिणाम स्वरूप शहर में जलस्तर में लगातार गिरावट हो रही है।
घनी आबादी वाले क्षेत्रों में प्रतिवर्ष लगभग 3 फीट की पानी में गिरावट आई है।
यह भी पढ़े: Noida:नो पार्किंग में होगी आपकी गाड़ी तो पुलिस कर सकती है ये कार्रवाई
राघवेंद्र सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि इसके अलावा लो टीडीएस की जलापूर्ति हेतु 11 रैनी कुआं की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि भविष्य में पानी की बढ़ती मांग को पूरा करने और बहाव के कारण वर्षा जल की बबार्दी को कम करने के लिए बड़े पैमाने पर जल संस्थान और कृतिम पुनरीक्षण की योजना बनाई जा रही है। जिससे शहर वासियों को पानी उपलब्ध हो सकेगा।
इस अवसर पर प्राधिकरण के सीईओ ने नोएडा क्षेत्र में अवैध बोरिंग की रोकथाम के लिए जिला मजिस्ट्रेट को एक पत्र लिखने का आश्वासन दिया। बैठक में डीजीएम जल आरपी सिंह के अलावा अरविंद देव, डॉ दीपांकर साहा आदि मौजूद थे