Greater Noida। जीएल बजाज कॉलेज में मंगलवार से साइबर सुरक्षा हैकाथॉन ‘कवच’ 2023 का आयोजन होने जा रहा है। कॉलेज में विभिन्न राज्यों की करीब 107 टीमें लगातार 36 घंटे तक 21वीं सदी की साइबर अपराध की चुनौतियों से निपटने के लिए नवाचार व प्रौद्योगिक समाधान तलाशेंगे। जीएल बजाज के निदेशक डॉ. मानस कुमार मिश्रा ने बताया कि शिक्षा मंत्रालय की इनोवेशन सेल, एआईसीटीई पुलिस अनुसंधान और विकास ब्यूरो, भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र कवच 2023 में मुख्य भूमिका में हैं। इस कार्यक्रम का शुभारंभ सुबह आठ बजे गृह मंत्री अमित शाह करेंगे। यह प्रतियोगिता देशभर में पांच शिक्षण संस्थानों में आयोजित हो रही है, जिसमें जीएल बजाज भी शामिल है। देशभर में करीब 107 टीमें लगातार 36 घंटे तक साइबर अपराध से बचाव के तरीके तलाश करेंगी। इनमें 100 टीम कॉलेज और सात स्टार्टअप टीमें हैं। बात की जाए जीएल बजाज की तो कॉलेज में 22 टीमें प्रतिभाग कर रही हैं। इनमें 20 कॉलेज टीमें हैं, जबकि दो स्टार्टअप टीम शामिल हैं। एक टीम में दो मेंटर समेत छह छात्र शामिल होंगे। हैकाथॉन में महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश, उत्तरप्रदेश, हरियाणा, दिल्ली समेत कई सात राज्यों की टीमें शामिल हो रही हैं।
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विजेता टीम को मिलेगा एक लाख इनाम
तकनीकों की जांच के लिए 12 विशेषज्ञों की टीम जूरी करेगी। जिस टीम की तकनीक भविष्य में सबसे बेहतर कारगर साबित हो सकती है या होगी उस टीम को एक लाख रुपये इनाम से सम्मानित किया जाएगा। 36 घंटे के अंदर टीम को अपना सुरक्षा उपकरण प्रस्तुत करना होगा। कार्यक्रम को बेरोकटोक जारी रखने के लिए कॉलेज प्रबंधन ने सभी तैयारियां पूरी कर ली है। छात्रों की सुरक्षा को लेकर भी ठोंस कदम उठाए गए हैं।
कॉलेज में इन चार समस्या का समाधान खोजा जाएगा
– साइबर अपराधों से सुरक्षा के लिए नागरिक सुरक्षा ऐप
– फंड ट्रेल विश्लेषण उपकरण
– ग्राउंड कार्मिक की निगरानी के लिए उपकरण
– लोरा के उपयोग का पता लगाना