मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में अभूतपूर्व ढांचागत विकास हुआ – प्रवीण आत्रेय 
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मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में अभूतपूर्व ढांचागत विकास हुआ – प्रवीण आत्रेय 

भाजपा प्रवक्ता प्रवीण आत्रेय ने नई बन रही बल्लभगढ़ – पलवल मैट्रो लिंक पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हरियाणा का ढांचागत विकास करवाने में मुख्यमंत्री मनोहर लाल अव्वल साबित हुए हैं। प्रदेश का जितना ढांचागत विकास मनोहर लाल के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार के कार्यकाल में हुआ है। इतना विकास पहले किसी भी सरकार के दौरान नहीं हुआ।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अपनी कार्यशैली से साबित कर दिया कि विकास को समर्पित नेतृत्व प्रदेश के आम नागरिक के जीवन को खुशहाल करता है। विकास के काम को समयबद्ध तरीके से करवाना मुख्यमंत्री की विशेषता है।

बल्लभगढ़ – पलवल मैट्रो लिंक इसका ताज़ा उदाहरण है। यह अत्यंत प्रशंसनीय है कि 25 जून को बल्लभगढ़ – पलवल मैट्रो लिंक की घोषणा करके 27 जून को काम शुरू करवा दिया। इसी प्रकार सिरसा में 10 मई को 137 स्कूलों को अपग्रेड करने की घोषणा करके 10 दिन में पूरी कर दी। विकास के क्षेत्र में मुख्यमंत्री मनोहर लाल के भागीरथी प्रयास को प्रदेश की जनता ने अनेक बार अनुभव किया है। साढ़े आठ साल के कार्यकाल में महिला कालेजों की संख्या दो गुणा कर दी।

प्रदेश में नये अस्पतालों का निर्माण करवाया। नये सीएचसी और पीएचसी बनवाएं। केएमपी एक्सप्रेस रोड़ के साथ नये स्मार्ट शहरों का निर्माण करवाना। मुख्यमंत्री के द्वारा किए गए प्रदेश के ढांचागत विकास का नतीजा है कि आज़ हरियाणा में लगभग 4000 स्टार्टअप कम्पनियां और देश की दस यूनिकार्न कम्पनियों में से 6 हरियाणा में काम कर रही है।

प्रवीण आत्रेय ने कहा कि 2004 से 2014 के बीच भुपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के समय हरियाणा ढांचागत विकास में पिछड़ गया था। कांग्रेस सरकार के समय ढांचागत विकास पर ख़र्च किया जाने वाला पैसा अधिकतम सात हज़ार करोड़ रुपए था। परन्तु मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पहले बजट में ही इस मद में ज्यादा धन का प्रावधान किया। जो लगभग सत्रह हजार करोड़ रुपए था। पिछले बजट में ढांचागत विकास के लिए बजट का लगभग एक तिहाई पैसा यानि लगभग सैंतालीस हजार करोड़ रुपया ढांचागत विकास के लिए रखा।

प्रदेश के अभूतपूर्व ढांचागत विकास के कारण हरियाणा में रोजगार के साधन बने। श्रमिकों के लिए काम के अवसर बनें। हरियाणा में तेज़ गति से बाहरी निवेश आया। एक लाख साठ हजार के लगभग नये छोटे, मझोले तथा बड़े उद्योग लगे। लगभग साढ़े बारह लाख युवाओं को इन उधोगों में रोजगार प्राप्त हुआ। प्रदेश की जीएसडीपी दस लाख करोड़ रुपए से ज्यादा हो गई। प्रति व्यक्ति आय दो लाख चौरानवे हजार से ज्यादा हो गई। आम आदमी के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा। प्रदेश का आमजन आर्थिक रूप से मजबूत हुआ।

वर्तमान सरकार ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम करते हुए नये मेडिकल कॉलेज, अस्पताल और मेडिकल विश्वविद्यालय का निर्माण करवाया। हरियाणा जैसे भौगोलिक दृष्टि से छोटे प्रदेश में 2014 से पहले केवल दो राष्ट्रीय राजमार्ग होते थे परन्तु आज 17 राष्ट्रीय राजमार्ग बनने बनने जा रहे हैं। इनमें से अधिकतर बन चुकें हैं ‌। आज़ हरियाणा के हर जिले से कम से कम दो राजमार्ग गुज़र रहे हैं। कुछ जिलों से पांच राजमार्ग गुज़र रहे हैं।

 

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