ग्रेटर नोएडा । ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण दफ्तर के सामने विरोध प्रदर्शन करने वाले किसानों के खिलाफ प्राधिकरण की तरफ से एक और मुकदमा दर्ज करवाया गया है। सहायक प्रबंधक ने सात नामजद और 60 अज्ञात किसानों पर मुकदमा दर्ज करवाया है। सरकारी कार्य में बाधा डालने और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया गया है। इससे पहले किसानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया गया था, जिसमें 33 किसानों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा।
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ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में वर्क सर्किल-4 के सहायक प्रबंधक हरेंद्र सिंह की तहरीर पर सूरजपुर कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। सूरजपुर कोतवाली प्रभारी ने बताया कि टीकम नागर, नरेंद्र भाटी, हरेंद्र खारी, जोगेंद्र, जगबीर नंबरदार, जनार्दन भाटी और कुलदीप समेत 60 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा-147, 153, 427, 353 और सार्वजनिक संपत्ति नुकसान निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस द्वारा किसानों के खिलाफ दूसरा मुकदमा दर्ज करने को लेकर लोगों ने नाराजगी जाहिर की है।
इन मुद्दों को लेकर धरना दे रहे किसान
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर किसान पिछले 2 महीनों से जमीन के मुआवजे, लीजबैक, 10% भूखंड, भूमिहीन और मुद्दों को लेकर धरने (आंदोलन) पर बैठे हुए हैं। प्रदर्शन के दौरान ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ने किसानों को मुकदमे दर्ज करवाएं और 33 किसानों को जेल भिजवा दिया है। जिसके बाद आंदोलन और भी ज्यादा उग्र हो गया है। किसानों का समर्थन करने के लिए वेस्ट यूपी के दिग्गज नेता ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के बाहर धरने पर पहुंच रहे।