उत्तर प्रदेश के सीएम योगी अपने हर भाषण में प्रदेश की सड़कों को गड्ढामुक्त कराने की बात कर रहे है। योगी सरकार ने 15 नवंबर तक पूरे राज्य की सड़कों को गड्ढामुक्त बनाने के दिए आदेश जारी भी किये है। इसके बाद पीडब्लूडी मंत्री जितिन प्रसाद अपने अफसरों से खुद ही परेशान हो गए हैं। सवाल है कि जब अफसरों से मंत्री जी खुद परेशान है तो ये अफसर आम जनता को कितना परेशान करते होंगे? जितिन प्रसाद की अपने प्रमुख सचिव से ही ठन गई है। जितिन प्रसाद ने अपने प्रमुख सचिव पर खुला पत्र लिखकर लापरवाही के आरोप लगाए हैं। राज्य की गड्ढामुक्त सड़क अभियान की वजह से पीडब्ल्युडी मंत्री की अपने अफसरों से तनातनी साफ तौर पर दिखाई दे रही है।
मालूम हो कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने 6 अक्टूबर को हुई एक बैठक में पूरे राज्य की सड़कों के गड्ढामुक्त बनाने के अभियान की बात कही थी। सीएम योगी ने ग्रेटर नोएडा में भी अपने भाषण में कहा कि 15 नवंबर तक पूरे सूबे की सड़कें गड्ढामुक्त हो जानी चाहिए। नोएडा ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण के अफसर इसे सुनिश्चित करेंगे कहीं गड्ढें नही होने चाहिए।
पीडब्लूडी विभाग को सीएम योगी ने प्रदेश की सभी सड़कों की स्थिति सुधारने के लिए अभियान छेड़ देने को कहा था। सीएम योगी इस अभियान के जरिए सूबे की सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के अलावा सूबे की सड़कों पर हो रही दुर्घटनाओं पर भी रोक लगाने का प्रयास कर रहे हैं।