75वां गणतंत्र दिवसः कर्तव्य पथ राम मंदिर रहा आकर्षण का केन्द्र, नारी शक्ति का भी प्रदर्शन, जानें क्या क्या रहा खास…

आज पूरे भारत में 75वां गणतंत्र दिवस मनाया जा रहा है। इस मौके पर मुख्य कार्यक्रम दिल्ली के कर्तव्य पथ पर हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज सुबह नेशनल वॉर मेमोरियल पहुंचे और शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस बार गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों हैं। इस बार का गणतंत्र दिवस कई मायनों में खास है। पहली बार परेड की शुरुआत मिलिट्री बैंड की जगह शंख नगाड़े बजने से हुई। विकसित भारत और भारत लोकतंत्र की मातृका- दोनों विषयों पर आधारितपरेड दस्ता में भारतीय वायुसेना दल में 144 वायुसैनिक और चार अधिकारी शामिल रहे। उनकी झांकी भारतीय वायु सेना की थीम ‘सक्षम, सशक्त, आत्मनिर्भर’ पर आधारित थी। झांकी में एलसीए तेजस और एसयू 30 को आईओआर के ऊपर उड़ान भरते हुए दिखाया गया।

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उत्तर प्रदेश की झांकी पर सबका ध्यान रहा। यह झांकी भगवान राम की जन्मस्थली अयोध्या पर केंद्रित रही. झांकी के चारों ओर की झालर दीपोत्सव को चित्रित करती है जो कि भगवान राम के अयोध्या आगमन के उपलक्ष्य में राज्य सरकार द्वारा शुरू किया गया प्रकाश उत्सव है।

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गणतंत्र दिवस के मौके पर परेड दस्ते में इसरो भी शामिल हुआ। कर्तव्य पथ इस दौरान चंद्रयान-3 की झांकी निकाली गई। चंद्रयान-3 की झांकी देख दर्शकों के साथ केंद्रीय मंत्री भी उठ खड़े हुए। वही,बीएसएफ के ऊंटों के दस्ते की कमान डिप्टी कमांडेंट मनोहर सिंह खीची ने की। बीएसएफ के शाही ऊंट राजस्थान और गुजरात सीमां पर कुख्यात तस्करों और चरमपंथियों का सफलतापूर्वक पता लगाने में सहायक रहे हैं। कर्तव्य पथ पर प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार विजेता गुजरे। इन बच्चों को बहादुरी, कला एवं संस्कृति, नवाचार, विज्ञान, समाज सेवा, खेलकूद के क्षेत्र में उत्कृष्ट उपलब्धि वाले बच्चों को सम्मान के रूप में प्रदान किया जाता है। भारतीय सेना की रॉकेट रेजीमेंट ने कर्तव्य पथ पर पिनाका रॉकेट हथियारों का प्रदर्शन किया। इस रेजीमेंट का नेतृत्व 262 फील्ड रेजीमेंट की लेफ्टिनेंट प्रियंका सेवदा ने किया।

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