नोएडा। नोएडा को स्वच्छ सर्वेक्षण में नंबर वन बनाने के लिए प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने अभियान चलाया हुआ है। लेकिन प्रदूषण ने सभी रिकॉर्ड तोड़ते हुए नोएडा और ग्रेटर नोएडा को एयर क्वालिटी इंडेक्स के हिसाब से प्रदूषित शहरों में नंबर वन बना दिया है।
ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यही है कि स्वच्छता से पहले प्रदूषण से कैसे लड़ेंगे। इसकी कोई रूपरेखा तैयार नहीं हो पाई है। प्रदूषण कैसे रोका जाए।
दरअसल नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने स्वच्छ सर्वेक्षण में नोएडा को अव्वल बनाने के लिए अलग-अलग कदम उठाए हैं। डोर टू डोर कूड़ा एकत्र किया जा रहा है। विभिन्न सेक्टरों में साफ सफाई के साथ-साथ गीला और सूखे कचरे से कंपोस्ट बनाने के लिए भी किड दी जा रही है। प्रदूषण से लडऩे के लिए भी प्राधिकरण को ही कारगर कदम उठाने पड़ेंगे हालांकि एनजीटी के आदेश पर कार्रवाई की जा रही है बावजूद इसके प्रदूषण का स्तर बढ़ ही रहा है। खास बात यह है कि सेक्टर-8, 9 और 10 स्वच्छता सर्वेक्षण की सबसे बड़ी बाधा बनेंगे।