सेना ने लिया बदला
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में पुलवामा में चल रहे एनकाउंटर में सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को मार गिराया है। अभी आतंकियों की पहचान होनी बाकी है। बताया जा रहा है कि एनकाउंटर साइट पर जैश-ए-मोहम्मद के कमांडर गाजी रशीद और कमांडर कामरान को सुरक्षाबलों ने ढेर कर दिया है। गाजी रशीद ही पुलवामा का मुख्य साजिशकर्ता था, जबकि कामरान भी उसके साथ हमले की साजिश में शामिल था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कामरान और गाजी रशीद पुलवामा हमले के बाद भागने में कामयाब रहे थे जबकि एक आतंकी मोहम्मद आदिल डार आत्मघाती हमले में मारा गया था। हालांकि अभी गाजी के मारे जाने की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। एजेंसियों से मिली सूचना के मुताबिक गाजी जैश के सरगना मौलाना मसूद अजहर के सबसे विश्वसनीय करीबियों में से एक है। गाजी को युद्ध तकनीक और ढ्ढश्वष्ठ बनाने का प्रशिक्षण तालिबान से मिला है और इस काम के लिए उसे जैश का सबसे भरोसेमंद माना जाता है।
बताया रहा है कि गाजी रशीद 9 दिसंबर को ही सीमा पार कर कश्मीर में घुस आया था। पुलवामा हमले के बाद सुरक्षा बलों ने उसे पकडऩे के लिए व्यापक तलाशी अभियान शुरू किया था। एनकाउंटर के दौरान सुरक्षाबलों ने उस इमारत को बम से उड़ा दिया जिसमें आतंकी छिपे थे।
बता दें कि पुलवामा के पिंगलिना में खबर मिलने पर सुरक्षाबलों ने आतंकवादियों को घेर लिया था। इससे पहले देर रात से सोमवार तड़के तक चली मुठभेड़ में 55 राष्ट्रीय राइफल्स के मेजर समेत पांच जवान शहीद हो गए हैं। मुठभेड़ के दौरान एक आम नागरिक की भी मौत हो गई। शहीदों में मेजर डीएस डॉन्डियाल, हेड कॉन्स्टेबल सेवराम, सिपाही गुलजार अहमद, सिपाही अजय कुमार और सिपाही हरि सिंह थे। सभी शहीद जवान 55 राष्ट्रीय राइफल्स के थे।