शिक्षक भर्ती परीक्षा में कदम दर कदम खामियों का अमबार

इलाहाबाद । सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा का परिणाम आने के बाद से विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार कॉपियों के मूल्यांकन में गड़बडिय़ां मिल रही हैं। परीक्षा प्रक्रिया में काफी अच्छे नियम बनाए गए और उन्हें उतना ही अच्छी तरह से तोड़ा गया।

इसको लेकर अभ्यर्थियों ने लखनऊ में आत्मघाती आंदोलन किया। अभ्यर्थियों ने हाथ की नस काटने और गोमती नदी में कूदकर जान देने जैसे घातक कदम उठाए। उन्हें बड़ी मशक्कत के बाद बचाया जा सका। उल्लेखनीय है कि योगी सरकार में पहली बड़ी भर्ती परीक्षा है

सहायक शिक्षक भर्ती के मामले में फिर बेसिक शिक्षा निदेशालय पर बवाल हुआ। अभ्यर्थी भर्ती प्रक्रिया के तहत लिखित परीक्षा परिणाम 33 प्रतिशत कटआफ पर जारी करने के साथ ही नियुक्ति की मांग कर रहे थे। नाराज अभ्यर्थियों ने शिक्षा निदेशालय का घेराव किया। इस दौरान एक अभ्यर्थी ने हाथ की नस काटकर तो वहीं चार अभ्यर्थियों ने गोमती नदी में कूद जान देने का प्रयास किया। चार अभ्यर्थियों ने दोपहर गोमती नदी में कूद कर जान देने का प्रयास किया।

संजय, गौरव व जीतेंद्र को लोगों की मदद से नदी से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। वहीं एक अन्य अभ्यर्थी लापता है। इसके अलावा शिक्षा निदेशालय पर प्रदर्शन के दौरान बदलापुर, जौनपुर निवासी अवनीश मिश्रा द्वारा हाथ की नस काट कर जान देने का प्रयास किया गया।

सहायक अध्यापक भर्ती की खामियों की लिस्ट बहुत लंबी है। अनुसूचित जाति की सोनिका की कॉपी बदल गई। अंबेडकरनगर के अंकित वर्मा को रिजल्ट में 22 और उत्तरपुस्तिका में 122 अंक दर्ज मिले। मो. साहून और मीना देवी जो परीक्षा में बैठे बिना ही उत्तीर्ण हो गए। अभ्यर्थियों को झटके पर झटका देने वाली परीक्षा में पहले झटके में 68500 शिक्षक भर्ती के शासनादेश को दरकिनार कर परीक्षा में सफल 41556 अभ्यर्थियों को चयन का आधार बनाया गया। दूसरा झटका परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले 6127 अभ्यर्थियों को लगा। बवाल मचने पर मुख्यमंत्री ने खुद प्रकरण का संज्ञान लिया।

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