वेदवती ने रावण को श्राप देकर कहा, अगले जन्म में मैं ही तेरी मृत्यु का कारण बनूंगी

श्री रघुनाथ ड्रामेटिक क्लब व श्री राम सेवादार ट्रस्ट पंचकुला की ओर से रामलीला का मंचन किया गया। इसमें रावण-वेदवती संवाद, सीता जन्म, श्री राम जन्म व श्रवण कुमार मरण ,दशरथ के संवाद का मंचन हुआ। इसकी उपस्थित दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट से सराहना की।

मंचन में रावण और वेदवती में संवाद हुआ। रावण वेदवती को जंगल में अकेली पाकर उसकी सुंदरता का बखान करता है। वेदवती बार-बार रावण को चेतावनी देती है लेकिन वह नहीं मानता। वह सती वेदवती का गला पकड़ लेता है। गुस्साई वेदवती हुंकार भरती है और वेदवती श्राप देती है कि अगले जन्म में वह रावण की मृत्यु का कारण बनेगी। समिति प्रधान संजीव मनचंदा ने बताया कि आगे लीला में रात को ताड़का वध , सीता समयंबर का मंचन होगा। उन्होंने बताया कि पहली बार तीन ताड़का को मंच पर एक साथ प्रदर्शित किया जाएग और तड़का 30 फुट हवा में उड़ कर आएगी जो मुख्य आकर्षण का केंद्र रहेगा।

आगे की रामलीला में सीता स्वयंबर का मंचन होगा
रामलीला में प्रभु श्री राम ने धनुष तोड़ा और लक्ष्मण ने परशुराम का दम्भ
श्रीराम शिव का धनुष तोड़ पाएंगे या नहीं सब संशय में थे। सारा जनकपुर उनके रंग- रूप पर मोहित था, लेकिन असल पुरुषार्थ की अभी परीक्षा होनी थी जब एक से बढ़कर एक राजा यहां तक कि रावण भी धनुष को हिला नहीं सका तो राजा जनक भी घबरा गए। सबका विचलित होना स्वाभाविक था, लेकिन श्रीराम के रूप में तो वहां खुद प्रभु थे तो छूते ही धनुष टूट गया फिर तो चारों ओर श्रीराम की जयकार के अलावा और कुछ ना सुनने को बचा और ना देखने को।इसके बाद रामनगर की रामलीला में धनुष यज्ञ और परशुराम संवाद की लीला संपन्न हुई। इस दौरान भ्राता लक्ष्मण ने क्रोधी महर्षि परशुराम के दंभ को भी चकनाचूर किया जाएगा ।
श्री राम के किरदार में हर्षित शर्मा , लक्ष्मण आरिक चावला , मारीच राजेश कनोजिया , सुबाहु पवन कुमार , रावण आकाश शर्मा , परशुराम गुलाब सिंह , सीता सपना , सुनैना जसविंदर कौर , दशरथ नितिन शर्मा ने बहुत अच्छी प्रस्तुति दी ।

