नई दिल्ली। बजट सत्र आज से शुरू हो गया। सबसे पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने संसद के संयुक्त अधिवेशन को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि राम जन्मभूमि मसले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद देश ने परिपक्वता का परिचय दिया। विरोध के नाम पर हिंसा लोकतंत्र को अपवित्र करती है। कोविंद ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) का भी जिक्र किया। इस दौरान विपक्षी सांसदों ने हंगामा किया। आज ही वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आर्थिक सर्वेक्षण भी पेश करेंगी।
‘इस दशक में आजादी के 75 साल पूरेÓ : कोविंद ने कहा, 21वीं सदी के पहले सत्र को संबोधित करते हुए खुशी हो रही है। यह दशक भारत के लिए महत्वपूर्ण है। हमारी स्वतंत्रता के 75 साल पूरे होंगे। सरकार के प्रयास से इस सदी को भारत की मजबूत सदी बनाने की नींव रखी जा चुकी है।
दोनों सदन में अर्थव्यवस्था पर चर्चा चाहता हूं : पीएम
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उम्मीद जतायी कि संसद का आज से शुरू हो रहा बजट सत्र देश के उज्ज्वल भविष्य की नींव डालने वाला होगा और उनकी सरकार का बल दलितों, वंचितों, महिलाओं के सशक्तीकरण पर होगा। पीएम मोदी ने संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा कि यह इस साल का और इस दशक का पहला सत्र है। हमारा प्रयास रहना चाहिये कि यह सत्र दशक के उज्ज्वल भविष्य के लिए मजबूत नींव डालने वाला सत्र बना रहे। हमारी सरकार ने अब तक दलितों, शोषितों, वंचितों और महिलाओं को सशक्त करने की दिशा में काम किया है और इस दशक में भी हमारा यही प्रयास रहेगा। उन्होंने कहा कि इस सत्र में अधिकतम आर्थिक विषयों पर चर्चा होगी। वैश्विक आर्थिक परिस्थितियों का भारत किस प्रकार फायदा उठा सकता है, मौजूदा वैश्विक परिस्थितियों का लाभ भारत को कैसे मिल सके।
प्रधानमंत्री ने कहा कि संसद के दोनों सत्रों में लोगों के आर्थिक सशक्तीकरण पर व्यापक चर्चा होनी चाहिये।
बजट सत्र शुरू होने से पहले कांग्रेस ने किया प्रदर्शन
बजट सत्र की शुरुआत से पहले कांग्रेस के सांसदों ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) एवं एनआरसी के विरोध में प्रदर्शन कर रहे लोगों के प्रति एकजुटता प्रकट करते हुए शुक्रवार को संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, वरिष्ठ नेता अहमद पटेल, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी और कई अन्य सांसद शामिल हुए।
कांग्रेस सदस्यों ने भाजपा के कई नेताओं के विवादित बयानों के खिलाफ नारेबाजी की और सरकार पर संविधान के खिलाफ काम करने का आरोप लगाया। पार्टी सीएए और एनआरसी का खुलकर विरोध कर रही है। उसका आरोप है कि सरकार अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर अपनी नाकामियां छिपाने के लिए इन मुद्दों को उछाल रही है।
गौरतलब है कि संसद का बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू हो रहा और इस दिन संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद संबोधित करेंगे। बजट सत्र का पहला चरण 11 फरवरी तक चलेगा। मध्यावकाश के बाद इसका दूसरा चरण 2 मार्च से शुरू होकर 3 अप्रैल को संपन्न होगा।
सरकार की योजनाएं
”आयुष्मान योजना के तहत 27 हजार वेलनेस सेंटर खुल चुके हैं। गरीबों को इलाज का फायदा मिला है। 75 हजार मेडिकल कॉलेज बनाने के लिए मंजूरी दी गई। मिशन इंद्रधनुष का लाभ दलितों और आदिवासी क्षेत्रों में देखने को मिल रहा है। बच्चों के साथ यौन शोषण करने वालों को फांसी तक का प्रावधान किया है। देश में 121 करोड़ लोगों के पास आधार कार्ड है। 60 लाख लोगों ने रूपे कार्ड का इस्तेमाल किया। लीकेज रुकने की वजह से सरकार ने 1 लाख 70 हजार करोड़ रुपए गलत हाथों में जाने से बचाया।ÓÓ