कई लोगों ने मुझे बताया कि खंभों में करंट आने के कारण गायों की मौत हुई हैं। अब उन्हें उठाने के लिए कोई नहीं सुन रहा है। इस संबंध में प्राधिकरण अधिकारियों को सूचित किया तब जाकर गाय के शव उठाए गए।
-मोहम्मद इरशाद, उपाध्यक्ष, एनईए
नोएडा। विद्युत विभाग की लापरवाही गायों पर भारी पड़ रही है। खंभों में करंट आने से अलग-अलग स्थानों पर कई गाय मर चुकी हैं। इतना ही नहीं कई लोगों की जान भी जा चुकी है। इस सब के बावजूद विद्युत विभाग अपनी जिम्मेदारी निभाने को तैयार नहीं है। हमेशा अपनी जिम्मेदारी दूसरे विभागों पर टालने की कोशिश होती है। वैसे तो आजकल चंद गोरक्षक गाय के नाम पर पीट-पीटकर लोगों को मार डालते हैं मगर जब करंट लगने से गाय सेक्टर-5 और 27 में कई दिनों तक गाय मरी पड़ी रही तब किसी भी गोरक्षक ने सुध न ली।
एनईए उपाध्यक्ष मोहम्मद इरशाद को इस संबंध में सेक्टर-5 से एनईए के एक सदस्य ने सूचना दी कि गाय मरी हुई है। प्राधिकरण को सूचित किया। इस पर उन्होंने तुरंत कार्रवाई करते हुए गाय के शव को वहां उठवाया। ठीक इसी तरह सेक्टर-27 में संजय बाल विद्यालय के सामने और फाच्र्यून होटल के पीछे बिजली के खंबे में करंट दौड़ रहा था तभी करंट लगने से यहां भी गाय की मौत हो गई। मोहम्मद इरशाद ने बताया कि संजय बाल विद्यालय के पास गाय दो दिन से मृत अवस्था में पड़ी हई थी। लेकिन कोई भी सुध लेने वाला नहीं था। प्राधिकरण को सूचना दी गाय उठा ली गई मगर विद्युत विभाग को बताने के बाद भी खंभों में आज भी करंट दौड़ रहा है। यहां पर कोई न जाए इसके लिए कुछ लोगों ने यहां कांटे डाल दिए हैं जिससे कोई हादसा न हो।
उल्लेखनीय है कि देशभर में गाय के नाम पर कुछ कथित गौरक्षक लोगों को पीट-पीटकर मार डालते हैं और हमारा कानून और उसके रखवाले तमाशबीन बने रहते हैं। सवाल है कि जब गाय कई दिनों से मरी पड़ी है तो गोरक्षक कहलाने वाले इन्हें क्यों नहीं उठाने आते। मोहम्मद इरशाद के प्रयासों से तुरंत कार्रवाई की गई और गाय के शवों को उठाया गया।