वल्र्ड बैंक: भ्रष्टाचार के आरोप में भारत की ओलिव हेल्थकेयर पर बैन दुनिया भर की 78 कंपनियों पर कार्रवाई
वॉशिंगटन. वल्र्ड बैंक ने भ्रष्टाचार के आरोप में इस साल दुनियाभर की 78 कंपनियों को बैन कर दिया। इनमें ओलिव हेल्थ केयर समेत कई भारतीय कंपनियां भी शामिल हैं। कई इंडिविजुअल पर भी प्रतिबंध लगा है। इनमें ओलिव हेल्थकेयर के जय मोदी का नाम भी है। वर्ल्ड बैंक ने दुनिया भर की अपनी परियोजनाओं से इन्हें प्रतिबंधित कर दिया है। वर्ल्ड बैंक की सालाना ग्रुप सैंक्शंस सिस्टम रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।ओलिव हेल्थकेयर और जय मोदी बांग्लादेश में वर्ल्ड बैंक के प्रोजेक्ट पर काम कर रहे थे। ओलिव हेल्थ केयर को १० साल ६ महीने के लिए और जय मोदी को 7 साल 6 महीने के लिए प्रतिबंधित किया गया है।
भारत की एंजलिक इंटरनेशनल पर 4 साल 6 महीने का प्रतिबंध लगा है। यह कंपनी इथियोपिया और नेपाल में वर्ल्ड बैंक की परियोजना पर काम कर रही थी।
मधुकॉन प्रोजेक्ट्स पर दो साल और आरकेडी कंस्ट्रक्शंस पर डेढ़ साल का बैन लगा। दोनों कंपनियां देश में ही वर्ल्ड बैंक की परियोजना पर काम कर रही थीं। अर्जेंटीना और बांग्लादेश में वर्ल्ड बैंक की परियोजना पर काम कर रही फैमिली केयर को चार साल के लिए प्रतिबंधित किया गया। ग्लोबल एनवायरमेंट, एसएमईसी (इंडिया) और मैकलॉड्स फार्मास्यूटिकल्स को एक साल से कम समय के लिए प्रतिबंधित किया गया है।
इस तरह की अपनी पहली रिपोर्ट में वर्ल्ड बैंक ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई, धोखाधड़ी रोकने और दानदाता संस्थाओं की सुरक्षा के लिए यह कदम उठाया गया है।