नई दिल्ली। लोकसभा में तीन तलाक बिल पेश कर दिया गया है। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने सोमवार को यह बिल सदन के पटल पर रखा। उन्होंने कहा कि तीन तलाक बिल शादीशुदा मुस्लिम महिलाओं को न्याय दिलाने वाला है और यह देश के हित में है।
उन्होंने कहा कि तीन तलाक का दुरुपयोग हो रहा है। मुस्लिम महिलाओं को कभी ईमेल से तो कभी वाट्सएप से तलाक दिया जा रहा है इसलिए सरकार ने इसपर रोक लगाने के मकसद से तीन तलाक बिल पेश किया है। इसके बाद विपक्षी पार्टियों ने हंगामा मचाना शुरू कर दिया। हंगामे और शोर-शराबे को देखते हुए स्पीकर सुमित्रा महाजन ने लोकसभा की कार्यवाही को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी है।
वहीं राफेल सौदा, कावेरी जल, आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा समेत अलग-अलग मुद्दों पर विभिन्न पार्टियों के सदस्यों के हंगामे के कारण राज्यसभा की बैठक सोमवार को शुरू होने के लगभग 5 मिनट बाद ही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई। संसद के शीतकालीन सत्र में उच्च सदन में लगातार हंगामा होने की वजह से अब तक एक बार भी शून्यकाल और प्रश्नकाल नहीं हो पाए हैं। अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले संसद के मौजूदा कार्यकाल का यह अंतिम संपूर्ण सत्र है।
इस दौरान सत्ता पक्ष की कोशिश तीन तलाक, उपभोक्ता संरक्षण, डीएनए, चिट फंड, गैर कानूनी गतिविधियां रोकथाम जैसे विधेयकों समेत करीब तीन दर्जन विधेयकों को पारित कराने की है।