लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार में सब कुछ सही नहीं चल पा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ विधायकों का एक गुट लामबंद होने लगा है। यह गुट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मुश्किलें बढ़ा सकता है। करीब 200 विधायक एकजुट हो गए हैं।
सूत्रों के अनुसार भाजपा के वरिष्ठ नेता इस गुटबाजी को खत्म करने में जुटे हुए हैं लेकिन यह गुटबाजी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। बताया जा रहा है कि अलग-अलग मांगों को लेकर विधायक मुख्यमंत्री से मिलते हैं और बताते हैं। बावजूद इसके उनके काम नहीं होते जिसको लेकर विधायकों में नाराजगी बढ़ती जा रही है।
मालूम हो कि भाजपा विधायक विधानसभा में अपनी ही सरकार के खिलाफ धरने पर बैठ गए थे। उस वक्त मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और संगठन मंत्री सुनील बंसल ने मिलकर स्थिति पर काबू पाया था लेकिन अंदरूनी कलह अभी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है।
यह अंदरूनी कलह मुख्यमंत्री पर भारी पड़ सकती है। लोनी के विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने विरोध जताते हुए आरोप लगाया था कि सरकार भ्रष्टाचारी अधिकारियों पर काबू नहीं पा रही है। पहले भ्रष्टाचार कम था अब और बढ़ गया है। हालांकि भ्रष्टाचारियों पर योगी सरकार ने काबू पाया है। पुलिस विभाग हो या फिर प्रशासन यदि कहीं भी अधिकारियों को रिश्वत लेने की शिकायत मिलती है तो उस पर मुख्यमंत्री कड़ी कार्यवाही करते हैं।