रेलवे भर्ती परीक्षा में सेंधमारी
यूपी में पकड़े गए दस नकल माफिया
लखनऊ। रेलवे की भर्ती परीक्षा में नकल माफिया की सेंधमारी जारी है। ग्रुप-डी भर्ती परीक्षा में कल फिर सेंधमारी की गई।
लखनऊ में पुलिस ने आरपीएफ की मदद से बिहार निवासी दो भाइयों समेत तीन मुन्ना भाइयों को गिरफ्तार किया है। मेरठ में पुलिस के साथ एसटीएफ ने संयुक्त कार्रवाई में सॉल्वर गैंग के सरगना समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया है। मथुरा से संचालित गैंग का एक सरगना रक्षा मंत्रालय में तैनात है।
लखनऊ के विक्रमनगर शांतिनगर के न्यू लखनऊ मांटेसरी इंटर कॉलेज में रेलवे की गु्रप डी की ऑनलाइन परीक्षा का केंद्र है। कल तीसरी पाली में
फूलपरसाना मधुबनी (बिहार) निवासी रोहित कुमार हाजीपुर (बिहार) निवासी विपिन कुमार के स्थान पर परीक्षा देने आया था। पटना के नौबस्ता पिपलांवा निवासी कृष्ण मुरारी राय भी बिहार के भोजपुर भगवानपुर निवासी अजीत कुमार की जगह परीक्षा देने आया था।
इनके साथ अजीत कुमार भी केंद्र पर पहुंचा था। चेकिंग के दौरान आरपीएफ ने तीनों को दबोच लिया गया।
इनके कब्जे से फर्जी दस्तावेज बरामद हुए हैं। इससे पहले बिजनौर में तीन और सीतापुर से चार लोगों को भी पकड़ा पकड़ा जा चुका है।
मेरठ एसटीएफ तथा सिविल लाइन पुलिस ने गंगानगर के एफआइटी परीक्षा केंद्र पर छापा मारकर फर्जी परीक्षार्थी दबोचा। आरोपित से मिली जानकारी के आधार पर गिरोह के सरगना समेत सात लोगों को पकड़ लिया। आरोपितों से 11 मोबाइल, दो कार, कई आइ कार्ड, आधार कार्ड, जाति प्रमाण-पत्र, मूल निवास प्रमाण-पत्र और 30 हजार रुपये तथा कई प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रश्न-पत्र भी मिले हैं।
एसपी सिटी रणविजय सिंह ने बताया कि थाना नौैहझील (मथुरा) के गांव मठुआका निवासी सुंदर चौधरी पुत्र जगदीश व राममेहर निवासी गांव लोहारी थाना बड़ौत (बागपत) गिरोह के सरगना हैं।
राममेहर रक्षा मंत्रालय में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी है और पुणे में तैनात है। अमित कुमार निवासी गांव खेड़ी मनिहार मेरठ, शिवकांत यादव निवासी गांव गाजीपुर मेरठ, राज सिंह निवासी गांव जंगेठी मेरठ, आकाश निवासी गांव वाजना थाना नौहझील मथुरा, प्रवेश उर्फ अभय चौधरी निवासी गांव अभयपुरा थाना नौहझील मथुरा पुलिस के हत्थे चढ़े हैं।