रामपुर। अपने विवादित बयानों के लिए पहचाने जाने वाले और सपा के वरिष्ठ नेता एवं विधायक आजम खां ने कहा देश की आजादी को 70 साल हो गए हैं। लेकिन देश में इतने बुरे हालात कभी नहीं हुए, जितने अब हैं। वोट की सियासत में बेगुनाह मुसलमानों की हत्या की जा रही है। मुसलमान अगर गाय को पालने के लिए भी ले जाता है तो उसे मार दिया जाता है। देश की सबसे बड़ी अदालत के फैसले के बाद भी सरकारें ऐसी हिंसा को रोक पाने में नाकाम रही हैं। उन्होंने कहा सरकार को तो अब मुसलमानों का वोट देने का अधिकार खत्म कर देना चाहिए, क्योंकि वोट का अधिकार जिंदगी और इज्जत आबरू से बढ़कर नहीं है।
आजम खान रामपुर सपा कार्यालय में पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सांसद से लेकर प्रधानमंत्री तक ऐसी भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिससे लोगों के दिलों में नफरत पैदा हो रही है। एक सांसद ने तो यहां तक कह दिया है कि गाय को अगर छुआ भी तो अंजाम भुगतना होगा। ऐसे हालात में मुसलमानों को चाहिए कि वे न तो गाय को पालें और न ही इसके दूध का कारोबार डेयरी आदि का काम करें।
उन्होंने उलमा और आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड से भी अपील करते हुए कहा कि मुसलमानों से कहें कि वे गाय का कारोबार न करें। आजम ने कहा कि भाजपा झूठ की राजनीति करती रही है। भाजपा सरकार ने नोटबंदी और जीएसटी से देश को बर्बाद कर दिया। जिस देश की सबसे बड़ी अदालत के चार जज मीडिया के सामने आकर कह चुके हो, कि लोकतंत्र खतरे में है और हम अपनी बात जनता की अदालत में रख रहे हैं, उस देश का भविष्य क्या होगा।