नई दिल्ली। शेयर बाजार में सरकारी कंपनियों को इस साल 9 महीने में 4 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ। ब्लूमबर्ग-क्विंट के मुताबिक 76 में से 74 सरकारी कंपनियों के शेयरों में गिरावट आई। इस दौरान पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) का शेयर सबसे ज्यादा 65त्न लुढ़का। रेल कोच बनाने वाली कंपनी बीईएमएल के शेयर 62त्न टूट गया।बैंकों का एनपीए बढऩे और क्रूड महंगा होने जैसी वजहों से शेयरों में गिरावट आई। पीएनबी को नीरव मोदी के घोटाले की वजह से नुकसान हुआ।
सिर्फ दो कंपनियों कोल इंडिया और गेल के शेयर में 1त्न तेजी दर्ज की गई। एनपीए की वजह से सिंडीकेट बैंक को बड़ा घाटा हुआ। बीईएमएल को अप्रैल-जून तिमाही में 160 करोड़ रुपए का घाटा हुआ। यह पिछले 9 साल में सबसे ज्यादा है।आईओसीएल और भारत पेट्रोलियम को क्रूड के रेट बढऩे से नुकसान हुआ। एसबीआई को अप्रैल-जून तिमाही में 4,800 करोड़ रुपए का घाटा हुआ। यह लगातार तीसरा तिमाही नुकसान था।
इस साल 5 सरकारी कंपनियों के आईपीओ आए। मिश्र धातु निगम लिमिटेड, राइट्स, भारत डायनामिक्स हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स और इरकॉन इंटरनेशनल की शेयर बाजार में लिस्टिंग हुई।
इनमें से मिश्र धातु और राइट्स को छोड़ बाकी तीनों कंपनियों के शेयर इश्यू प्राइस से नीचे हैं।