भारतीय चित्रकला के साथ जापान की कला को जोडऩे की कवायद ओबाता बिखेरेंगे ‘अरिता याकी का जलवा वरिष्ठ संवाददाता
नोएडा। जापान के शहर अरिता नाम पर अरिता याकी प्रसिद्व चित्रकला से बने उत्पादों को भारत में लॉच किया गया है। जाने माने चित्रकार यूजी ओबाता ने भारत में भी अपनी चित्रकला को फैलाने की शुरुआत की है।
बीते दिन सेक्टर-18 स्थित पांच सितारा होटल में एक संवाददाता सम्मेलन का आयोजन किया गया। यूजी ओबाता ने बताया कि अलग-अलग तरीके के उत्पादों पर वह अपनी चित्रकला उकेरते हैं और उसे जापान में ही नहीं बल्कि दुनिया के सभी देशों में पसंद किया जाता है। जय हिंद जनाब से विशेष बातचीत के दौरान यूजी ओबाता ने उनकी कला के बारे में विस्तृत रुप से बताया।
एक सवाल के जवाब में जिन यूजी ओबाता ने कहा कि उनकी प्राथमिकता कुछ भारतीयों में नहीं बल्कि बच्चे से लेकर बूढ़े तक में है। हर व्यक्ति को चित्र पसंद आते हैं और वह हर वर्ग के हिसाब से चित्रकला बनाते हैं। उनके द्वारा बनाए गए प्रोडक्ट दुनिया भर में जाने जाते हैं। यूजी ओबाता ने कहा कि मैं भारत में प्रतियोगिता करने नहीं बल्कि सहयोग करने आया हूं। यहां जितने भी चित्रकार हैं मेरी किसी से कोई प्रतियोगिता नहीं है बल्कि मैं यहां के चित्रकारों के सहयोग से अरिता याकी नामक प्रसिद्ध जापानी चित्रकला को फैलाना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि जयपुर से कला के संबंध में जापान ने एक्सचेंज एमओयू किया है। जिसमें दोनों देश एक-दूसरे से अपने-अपने यहां की उम्दा चित्र कलाओं को एक-दूसरे से बदलेंगे।
उन्होंने कहा कि आने वाले समय में जयपुर में मौजूद चित्रकारों को अरिता याकी चित्रकला से परिचित कराकर उन्हें बढ़ावा दिया जाएगा। जयपुर की कला को जापान में बेहतरीन अवसर प्रदान किए जाएंगे।
इतना ही नहीं जिन यूजी ओबाता अपने तरीके से एक नए रंग का इजात किया है जिसे यूजी ओबाता पिंक कहा जाता है। यह गुलाबी रंग जैसा है मगर जिस वक्त इस रंग को चित्रकलाओं में इस्तेमाल किया जाता है। उसकी खूबसूरती कई गुना बढ़ जाती है।
विशेष तरह की एक प्लेट पर चित्रकला की जाती है। यूजी ओबाता की चित्रकला महंगी जरूर है। मगर मनमोहक है और अब भारत में भी उनकी चित्रकला जादू बिखेरने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में युवाओं को चित्रकला सिखाने के लिए भारत में भी वे एकेडमी खोल सकते हैं। यह उनकी प्लानिंग में है।
इस मौके पर उनके साथ ताकेशी ओहमी और सुश्री मीना ओमुरा की उपस्थित उल्लेखनीय थी। कार्यक्रम का आयोजन विकास बख्शी ने किया।