बच्चों को कम पढ़ाए लेकिन उनके दिमाग़ को खोल है, CJI ने ऐसा क्यों कहा
भारत के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ ने कहा कि उनकी निजी राय(opinion) है कि बच्चों को जितना संभव हो कम पढ़ाया जाना चाहिए। उन्होंने स्कूल के सिलेबस में पूर्वोत्तर से संबंधित इतिहास और भूगोल को शामिल करने के लिए दिशा-निर्देश मांगने वाले एक याचिकाकर्ता से कहा कि सूचनाओं की अधिकता पैदा करने के बजाय, हमें उनके दिमाग को खोलने में आगे आना चाहिए ।
CJI की अध्यक्षता वाली बेंच ने यह कहते हुए याचिका पर विचार करने से इनकार कर दिया कि ये अकादमिक नीति के मामले हैं और अदालत सरकार को यह निर्देश नहीं दे सकती कि क्या पढ़ाना है। इसके बाद ही मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ ने डॉ एल एम सिंघवी मेमोरियल लेक्चर के लिए न्यायाधीशों, वकीलों, पूर्व नौकरशाहों और कांग्रेस नेताओं की भीड़ के बीच भी अपनी मौजूदगी दर्ज की।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Delhi CM Arvind Kejriwal) भी उनको सुनने वालों के बीच बैठे थे। दिल्ली एमसीडी चुनावों के लिए प्रचार समाप्त होने के बाद सीएम केजरीवाल इस मेमोरियल लेक्चर के लिए समय पर पहुंचकर सबको चौंका दिया। क्योंकि कोई इस तरह की उम्मीद नहीं कर रहा था। क्योंकि अरविंद केजरीवाल का नाम आमंत्रण पत्र पर नहीं था।