देश की आजादी के लिए प्राण न्योछावर करने वाले शहीदों के लिए कोटि कोटि नमन
गाजियाबाद। अमावस्या के पावन अवसर पर सेवा सदन पंजीकृत द्वारा शहीदों की स्मृति में नेहरू नगर स्थित जानकी वाटिका में प्रात: 7 बजे से 8-30 बजे तक धर्माचार्य रामेश्वर शास्त्री के ब्रह्मत्व में महायज्ञ सम्पन्न हुआ।
केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के प्रान्तीय महामंत्री ने मंच का कुशल संचालन किया व शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए देशभक्ति गीत देश को अर्पित किया जिन वीरों ने तनमन धन उन शहीदों के लिये शत नमन शत नमन व तेरे सामने हैं दो रस्ते हैं जीवन के चाहे इसे अपना चाहे उसे अपना सुनाकर समा बांध दिया।
सेवा सदन के महामंत्री चौ.मंगल सिंह ने शहीदों के सम्मान में श्रद्धा सुमन समर्पित करते हुए कहा हम अपने घरों में जो सुरक्षित हैं वह भारत की सीमाओं पर दिनरात सर्दी गर्मी में भारतीय जांबाज जवानों की वजह से जो अपनी जान की परवाह किये बिना देश को सुरक्षित रखे हुए हैं।
आचार्य रामेश्वर शास्त्री जी ने सारगर्भित गागर में सागर भरते हुए कहा कि परमेश्वर सदा सब के दुखों को दूर करता है और सबको खुशियां देता है इसीलिए वह सबका प्यारा है। उसकी दया अच्छे और बुरे सब लोगों पर ही होती है वह सब को सुधरने का मौका देता है और जब तक वह सुधार ना ले तब तक वो किसी को नहीं छोड़ता हमें भी परमात्मा के जैसा होना चाहिए सभी के दुखों को दूर करना और सबको खुशियां देना यह हमारा आचरण होना चाहिए।
यदि हम ऐसा करते हैं तो निश्चित रूप से हम भी सबके प्यारे बन जाएंगे। हम पाप से घृणा करें, पापी से नहीं! ओर अपने उद्बोधन द्वारा शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। चरित्रवान पत्रिका के सम्पादक नरेन्द्र आर्य ने एक सुमधुर देश भक्ति गीत सुनाकर मंत्रमुंग्ध कर दिया। इस अवसर पर मुख्य रूप से सर्वश्री मनमोहन वोहरा, नेतराम, चौ.मंगल सिंह, सतीश गर्ग, श्रीमती वीना वोहरा, दर्शना मेहता, आशा रानी,राज रानी व सहगल उपस्थित रहे। शांतिपाठ व प्रसाद वितरण के साथ कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।