थानों में तैनात होंगे तीन इंस्पेक्टर

नोएडा। यूपी में अब थानों में तीन-तीन इंस्पेक्टरों की तैनाती होगी। डीजीपी ओपी सिंह ने नई व्यवस्था का फैसला लेते हुए क्षेत्राधिकारी मुख्यालय के थानों में मुख्य प्रभारी निरीक्षक के अधीन तीन अतिरिक्त प्रभारी निरीक्षक तैनात किए जाने का आदेश दिया। अब प्रदेश में क्षेत्राधिकारी मुख्यालय के 414 थानों में प्रशासन, अपराध व कानून-व्यवस्था के लिए अलग-अलग तीन अतिरिक्त प्रभारी निरीक्षक पोस्ट होंगे। तीनों मुख्य प्रभारी निरीक्षक से जूनियर होंगे।
डीजीपी ने अतिरिक्त प्रभारी निरीक्षकों की तैनाती का आदेश देने के साथ ही सभी एडीजी जोन व आइजी रेंज को इस व्यवस्था का निकट पर्यवेक्षण करने का निर्देश भी दिया है। दिल्ली और मुंबई की तर्ज पर अब प्रदेश की पुलिस ने भी इस तरह का प्रयोग किया है।
ये होंगी जिम्मेदारियां-
प्रभारी निरीक्षक (भार साधक अधिकारी)
तीनों अतिरिक्त प्रभारी निरीक्षकों व एसएसआइ के कामों का पर्यवेक्षण। सभी डाक को देखना। गंभीर अपराधों में घटनास्थल निरीक्षण, मुकदमा पंजीकरण व जघन्य अपराधों की विवेचना। मासिक सम्मेलन व वेलफेयर से संबंधित सभी काम। अधीनस्थों के अवकाश संबंधी प्रार्थनापत्रों का निस्तारण आदि।
अतिरिक्त प्रभारी निरीक्षक (प्रशासन)
संपूर्ण प्रशासन, आंकिक कार्य व सभी प्रकार के सत्यापन। जीपी लिस्ट व थाने से जुड़े स्थापना कार्य। लोक शिकायत का निस्तारण व सभी प्रार्थनापत्रों का स्टाफ में आवंटन। मानव संसाधन प्रबंध व अनुशासन। थाने का बजट संबंधी कार्य। मालखाना, शस्त्रों, लाइब्रेरी व लॉकअप का रख रखाव आदि।
अतिरिक्त प्रभारी निरीक्षक (अपराध)
अपराध से जुड़े सभी मामलों की जिम्मेदारी व उनसे जुड़ी रिपोर्ट भेजना। एफआइआर छोड़कर सीसीटीएनएस योजना के सभी कामों को देखना। अपराध व यूपी 100 की पाक्षिक/मासिक समीक्षा। चुनावी अपराधों की रोकथाम के लिए कार्ययोजना। गंभीर अपराधों मका निरीक्षक व पीडि़त पक्ष को सुरक्षा प्रदान करना। विवेचना करना व करवाना। साइबर क्राइम की विवेचना आदि।

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