नई दिल्ली। कर्नाटक की हार के बाद विपक्ष के हमलों से हिली केन्द्र सरकार और बीजेपी अब रक्षात्मक नहीं बल्कि हमलावर होने की तैयारी में जुट गई है। इसके लिए सरकार बीजेपी हाईकमान और आरएसएस बड़े पैमाने पर तैयारी में जुट गया है। सूत्रों की माने तो विपक्ष को निरूत्तर करने के लिए बीजेपी लोकसभा चुनाव तक हर महीने उन मुद्दों के जवाब देगी जिन्हें लेकर विपक्ष मोदी सरकार की आलोचना करता आया है। ऐसे सभी मुद्दों को सूचीबद्घ कर लिया गया है। क्रमवार इनके जवाब दिए जाएंगे। सूत्रों के अनुसार जुलाई में राम मंदिर मुद्दे से बीजेपी चुनावी शंखनाद करेगी। इसके बाद कश्मीर जैसे संवेदनशील मुद्दे को उठाया जाएगा। विदेशी नीति, जीएसटी, नोटबंदी, आरक्षण, महंगाई, सबका साथ-सबका विकास जैसे मुद्दों पर पूरी तैयारी के साथ बीजेपी हाईकमान मैदान में कूदेगा। पाक को सबक सिखाने का मुद्दा भी इस रणनीति में शामिल है।जिन-जिन राज्यों में बीजेपी की सरकार है वहां शासन ढीला चल रहा है। वहां के मुख्यमंत्रियों को चुस्त-दुरूस्त सरकार चलाने की नसीहत दे दी गई है। इतना ही नहीं कानून हाथ में लेने वालों के खिलाफ सख्ती बरतने के लिए भी बीजेपी हाईकमान ने कहा है। बीजेपी का लक्ष्य तो लोकसभा चुनाव ही है लेकिन राजस्थान, मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव भी उसके निशाने पर है। अब बीजेपी गठबंधन हो या महागठबंधन, कांग्रेस हो या सपा-बसपा किसी को भी हावी होने देना नहीं चाहती है। लिहाजा सभी दलों के शीर्ष नेताओं के खिलाफ पूरा होमवर्क किया जा रहा है।जुलाई से लोकसभा चुनाव तक यह देखना दिलचस्प होगा कि बीजेपी क्या-क्या चालें चलती है और विपक्ष उसका क्या जवाब
देता है।