चुनावी रथ पर सवार केजरीवाल होम डिलीवरी योजना दस सितंबर से

नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अब चुनावी रथ पर सवार हो गए हैं। लोकसभा चुनाव के बाद ही दिल्ली के विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में केजरीवाल ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। मोहल्ल क्लिीनिक, शिक्षा, बिजली और पानी से संबंधित योजना पर कामयाबी हासिल करने के बाद अब दिल्ली सरकार होम डिलीवरी सर्विस शुरू करने जा रही है।

दिल्ली सरकार की तरफ से आज तमाम अखबारों में पूरे पृष्ठ का विज्ञापन जारी किया गया है। जिसमें दर्शाया गया है कि देश में ही नहीं बल्कि की दुनिया में पहली बार सरकार प्रशासन में क्रांति। सरकारी सेवाएं आपके द्वार।

विज्ञापन में इस बात को काफी हाईलाइट किया गया है कि अब दलालों की छुट्टी होगी। अगर सरकार से कोई काम है तो किसी सरकारी दफ्तर जाने की जरूरत नहीं बल्कि खुद प्रशासनिक अधिकारी और कर्मचारी उनके घर पहुंचेंगे।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तरफ से घोषित किया गया है कि आगामी 10 सितंबर से चालीस सरकारी सेवाओं की होम डिलिवरी शुरू की जाएगी। उनका दावा है कि इससे दिल्ली की जनता को बड़ी राहत मिलेगी।

क्या होगा खासदिल्ली में 40 से ज्यादा सर्विसेज का इस्तेमाल हर साल 25 लाख लोग कर रहे हैं। डोर स्टेप डिलीवरी स्कीम में सर्टिफिकेट, ड्राइविंग लाइसेंस जैसी अन्य सुविधा एक कॉल पर आपके घर आएग। डोर स्टेप डिलीवरी योजना में आपके घर के दरवाजे पर मोबाइल-सहायक आएगा। फीस, कागजात के अलावा मशीन से उंगलियों के निशान लगाने की सुविधा घर पर मुहैया कराई जाएगी। केजरीवाल सरकार का दावा है कि सर्विसेज देने के लिए घर पर जाने वाला मोबाइल-सहायक जनता के तय वक्त और तारीख पर ही जा सकेगा।

भाजपा प्रवक्ता महेश वर्मा ने दिल्ली सरकार की इस योजना को महज चुनावी शगूफा बताया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने पहले से ही 42 सर्विस ऑनलाइन की हुई हैं। पहले केजरीवाल सरकार को उन्हें लागू करना चाहिए था। बहरहाल इस योजना को लेकर दिल्ली की जनता में काफी चर्चा है।

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