चीन की सरकार ने 3 अगस्त को मस्जिद मैनेजमेंट कमेटी को एक नोटिफिकेशन दिया था जिसमें 10 अगस्त तक मस्जिद तोडऩे की डेडलाइन दी थी, लेकिन बड़े पैमाने पर हुए विरोध प्रदर्शन के चलते सरकार को स्थगित करनी पड़ी मस्जिद तोडऩे की योजना
बीजिंग। हाल ही में चीन के अधिकारियों ने एक मस्जिद को तोडऩे की योजना स्थगित कर दी। मुस्लिमों के बड़े पैमाने पर प्रदर्शन को देखते हुए ये फैसला लेना पड़ा। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस्लामीकरण रोकने के सरकार के प्रयासों के खिलाफ ये सबसे बड़ा प्रदर्शन माना जा रहा है। शिनजियांग में उइगर के बाद हुई मुस्लिम समुदाय का दूसरा सबसे बड़ा समूह है।
मामला टोंगजिन काउंटी स्थित वीझोऊ इलाके की ग्रेंड मस्जिद का है। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट के मुताबिक, स्थानीय अफसर इसे तोडऩे के लिए शुक्रवार को पहुंचे। लेकिन मस्जिद के पास बड़ी संख्या में लोग गुरुवार रात से जुट गए थे। रात में ही इलाके के प्रमुख भी मस्जिद पहुंचे और उन्होंने प्रदर्शनकारियों को भरोसा दिलाया कि सरकारी अफसर इमारत को तब तक छू भी नहीं सकेंगे, जब तक कि उन्हें इसकी इजाजत नहीं मिल जाती।
वीझोऊ सरकार ने 3 अगस्त को मस्जिद मैनेजमेंट कमेटी को बाकायदा एक नोटिफिकेशन दिया था जिसमें 10 अगस्त तक मस्जिद तोडऩे की डेडलाइन बताई गई थी। ये भी कहा गया था कि कमेटी अगर मस्जिद नहीं तोड़ती तो सरकार को नियमानुसार उसे जबरन तोडऩे का हक होगा।
रिपोर्ट के मुताबिक, निंगशिया ऑटोनॉमस रीजन में ये सरकार और प्रदर्शनकारियों के बीच अब तक की सबसे बड़ी झड़प कही जा रही है। उधर, कम्युनिस्ट पार्टी की सरकार को देश में तेजी से हो रहे इस्लामीकरण को लेकर डर है। लिहाजा इसे दबाने के प्रयास किए जा रहे हैं।