नोएडा। सपा-बसपा गठबंधन के प्रत्याशी सतवीर नागर को ग्रामीण इलाकों में पहचान बनाने से बात नहीं बनेगी। शहरी इलाकों में सतवीर नागर को पहचान बनाने की जरूरत। फिलहाल तो पहचान बनाने के लिए कुछ सेक्टरों में बैनर और पोस्टर लगा दिए गए हैं। इन बैनर पोस्टर में सपा और बसपा दोनों के ही नेताओं की फोटो भी लगाई गई है। इतना ही नहीं गठबंधन दिखे इसलिए दोनों पार्टियों के झंडों का रंग भी लगाया गया है। यदि गठबंधन के प्रत्याशी ने शहरी मतदाताओं के बीच अपनी पहचान नहीं बनाई तो लोकसभा चुनाव में उनके लिए काफी चुनौती रहेगी।
भाजपा के मौजूदा सांसद डॉ. महेश शर्मा की शहरी मतदाताओं के साथ-साथ ग्रामीण मतदाताओं में भी मजबूत पकड़ बरकरार है। शहर की ज्यादातर आरडब्लूए में डॉ. महेश शर्मा का दबदबा है। लिहाजा गौतमबुद्ध नगर सीट पर यदि बसपा को जीतना है तो प्रत्याशी को शहरी मतदाताओं के बीच जाकर अपनी पहचान बनानी पड़ेगी।
दूसरी ओर चर्चा यह भी चल रही है कि चुनाव से पहले सतवीर नागर का टिकट कटना तय है। हो सकता है कि बसपा सुप्रीमो अपने गृह जनपद की सीट पर जिताऊ उम्मीदवार को ही टिकट दे।