समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, राष्ट्रीय लोकदल के जयंत चौधरी, राष्ट्रीय जनता दल के तेजस्वी यादव जैसे नेताओं ने अरविंद केजरीवाल का खुलेतौर पर समर्थन किया। यही अरविंद केजरीवाल साल 2015 में नीतीश कुमार के शपथ ग्रहण समारोह में जब भाग लेने गए थे तो लालू प्रसाद यादव ने उन्हें गले लगा लिया था। लालू के गले लगाने पर उस समय मीडिया में केजरीवाल की खूब किरकिरी हो रही थी, तब अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि लालू प्रसाद यादव भ्रष्टाचार में लिप्टे एक व्यक्ति हैं। हम नीतीश कुमार के बुलावे पर शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए थे। लेकिन, समय की चाल देखिए वही नीतीश कुमार इस समय एनडीए के पाले में आ गए हैं और वही आरजेडी नेता का पुत्र केजरीवाल के समर्थन में ट्वीट पर ट्वीट कर रहा था। इस घटनाक्रम के बाद ऐसे कई नेता सामने आए जो पहले तो अरविंद केजरीवाल के साथ साये की तरह चिपके रहते थे।लेकिन अब दूरी बना ली है. 9 दिनों तक चले इस राजनीतिक ड्रामे में ऐसे भी कई नेता सामने आए, जिनको इस राजनीतिक ड्रामे में खुद का नफा और नुकसान समझ में आ रहा था. ये राजनेता अपना-अपना गणित और पार्टी में अपना समीकरण फिट करने के फिराक में लगे रहे।