आपसी लेनदेन के विवाद के बाद चाय पीने के लिए गया था, गार्ड ने दे दी पुलिस को सूचना
नोएडा। सेक्टर 4 से एक उद्यमी के अपरहण की सूचना मिलते ही थाना सेक्टर 20 पुलिस के होश उड़ गए। पुलिस की कई टीमें मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल शुरू कर दी। जैसे ही फैक्ट्री में लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए तो पता चला कि मामला फर्जी है।
दरअसल, सेक्टर 4 स्थित ए-77 के प्रथम तल पर राकेश कुमार सॉफ्टवेयर कंपनी चलाते हैं। कंपनी में बीती रात सॉफ्टवेयर के लिए एक व्यक्ति बातचीत करने आया था। दोनों के बीच लेनदेन को लेकर विवाद हुआ और राकेश उसकी गाड़ी में बैठ कर चला गया। जिसके बाद गार्ड ने पुलिस को सूचना दी कि फैक्ट्री मालिक का अपहरण हो गया है।
थाना सेक्टर 20 प्रभारी मनोज पंत ने बताया कि जैसे ही हमें अपहरण की सूचना मिली तत्काल पुलिस की कई टीमें मौके पर पहुंची। इस दौरान जब जांच पड़ताल की गई तो मामला कुछ संदिग्ध लगा और सीसीटीवी की फुटेज देखी गई। सीसीटीवी फुटेज में साफ दिख रहा था कि राकेश कुमार अपनी मर्जी से गाड़ी में बैठा है। पुलिस तलाश करते हुए राकेश तक जा पहुंची। क्योंकि जिस वक्त राकेश कंपनी से निकला तो उसका मोबाइल फोन स्विच ऑफ हो गया था।
मनोज पंत के मुताबिक जब राकेश से बातचीत की गई तो राकेश ने बताया कि पंकज उनसे सॉफ्टवेयर के लिए बातचीत करने आया था। इसी बीच पंकज ने कहा कि बाहर चलकर कुछ खाते हैं। वह पंकज के साथ उसकी एंबेस्डर गाड़ी में बैठ कर चले गए। इसी दौरान यहां मौजूद गार्ड सुरेंद्र पंडित ने दूसरे गार्ड अजय कुमार को बताया कि साहब का अपहरण हो गया है। अजय ने तुरंत 100 नंबर पर सूचना दे दी। जब पुलिस ने राकेश से मिलकर बातचीत कर ली तब जाकर राहत की सांस ली।
थाना प्रभारी ने बताया कि झूठी सूचना देने और शांति भंग करने के आरोप में चारों को धारा 151 में जेल भेजा जा रहा है।