आग लगी तो कैसे निकल पाएंगे लोग!
नोएडा। शहर में बड़े बड़े मॉल बने हैं इन मॉल्स में सुरक्षा व्यवस्था के प्रबंध पर सवाल खड़े हो रहे हैं। खासतौर से मॉल प्रबंधन जिस वक्त दमकल विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेता है उस दौरान उन शर्तों का पालन किया जाता है जो सुरक्षा के जरूरी हैं, मगर जब अनापत्ति प्रमाण पत्र मिल जाता है तब मॉल्स प्रबंधन अपनी मनमर्जी करते हैं। कई मॉल्स में देखा गया है कि खिड़कियों पर होर्डिंग लगा दिए गएउ हैं और आपातकालीन दरवाजे भी इनके कारण बंद हैं।
इतना ही नहीं लोगों की जान की परवाह किए बिना मॉल में बने कॉरिडोर पर ही किओस्क बनाकर अलग अलग ब्रांड को दे दिए गए हैं। सबसे बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है कि आग लगी तो लोग यहां कैसे भाग पाएंगे? क्योंकि आग लगने
की स्थिति में लोगों के लिए चलने को बनाया गया कोरिडोर से भी मॉल प्रबंधन कमाई कर रहा है।
इस संबंध में जय हिंद जनाब ने मॉल्स में जाकर देखा कि कॉरीडोर में जगह-जगह किओस्क और कैनोपी लगे हैं मगर लोगों की सुरक्षा दरकिनार की गई है इस संबंध में डीएलएफ मॉल ऑफ इंडिया के राजीव कुमार का कहपा है कि उन्होंने ने सभी नियमों का पालन किया है और आज भी कर रहे हैं। मॉल में सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम पुख्ता हैं। अग्निशमन विभाग के एसएसओ कुलदीप कुमार सिंह का कहना है कि एनओसी लेते वक्त कोरिडोर पूरी तरह खाली दिखाए गए हैं यदि बिना अनुमति के यह लगे हैं तो नियमों का उल्लंघन है कुलदीप कुमार सिंह ने बताया कि नोएडा के किसी भी मॉल ने
अब तक मॉल के अंदर स्थाई या अस्थाई रूप से लगाई गई कैनोपी और किओस्क के लिए अनुमति नहीं ली है। हम लोग किसी मॉल का नाम इसलिए नहीं छाप रहे हैं क्योंकि ये हाल ज्यादातर मॉल्स में देखने को मिल रहा है।