अली डे पर इंसानियत का पैगाम

नई दिल्ली। देश के मुस्लिम वर्ग दानिश्वरों ने रविवार को एक सुर में हजरत अली के हवाले से सभी को इंसानियत सबसे से ऊपर रखने का पैगाम दिया। मौका था अली डे पर लोधी रोड स्थित इंडिया इस्लामिक कल्चरल सेंटर में आयोजित हजरत अली और ह्युमन राइट्स संगोष्ठी का।
सांय 7 बजे से संगोष्ठी में तकरीबन 9.30 तक चली इस संगोष्ठी में देश के जाने-माने दानिश्वरों ने देश में भाईचारे एवं सदभाव के साथ-साथ इंसानियत पर चलने का आह्वïान किया। उन्होंने कहा कि हजरत अली के रास्ते पर चलकर इंसान के मौलिक अधिकारों को बचाया जा सकता है। संगोष्ठी का सदारत प्रो. अख्तारुल वशी ने और संचालन पयंबर नकवी ने किया। सेंटर के निदेशक कमर अहमद और जमशेद जैदी के आयोजन में संपन्न संगोष्ठी में बतौर मुख्यवक्ता मौलाना उरुजुल हसन, मौलाना मोहम्मद अख्तर काजमी, मौलाना हबीब हैदर और सेंटर के अध्यक्ष सिराज कुरैशी ने हजरत अली के सिद्घांतों और उपदेशों पर प्रकाश डाला और उनपर चलने का संदेश दिया। इस मौके पर मुख्यरूप से पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी, सेंटर उपाध्यक्ष एसएम खान, अबरार अहमद, बदर भाई, अशजे रजा जैदी, कुर्बान अली, नदीम जैदी, गुलशन नकवी आदि की उपस्थिति उल्लेेखनीय थी। शायर प्रो. सैयद एनुल हसन की शायरी को लोगों ने खूब सराहा।

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