पंजाब। नशे की समस्या से जूझ रहे पंजाब को निजात दिलाने के लिए कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार ने सभी सरकारी कर्मचारियों का डोप टेस्ट अनिवार्य करवाया है। लेकिन खुद उनकी ही पार्टी के एक एमएलए डोप टेस्ट में फेल हो गए। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, करतारपुर के कांग्रेस विधायक सुरिंदर सिंह चौधरी डोप टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए. उनके यूरीन सैंपल में नशीली दवा बेंजोडाइजेपिन के अंश पाए गए। यह नशीली दवा डिप्रेशन व नींद की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए इस्तेमाल होती है। वहीं, विधायक का कहना है कि उन्होंने माइंड रिलेक्स करने वाली दवा ली है। उनके पास डॉक्टर की प्रिस्क्रिप्शन है।
बता दें यह पहला मौका है जब किसी नेता का डोप टेस्ट पॉजिटिव पाया गया हो। इसके पहले विधायक बावा हैनरी, रजिंदर बेरी, सांसद चौधरी संतोख सिंह, विपक्ष के नेता सुखपाल सिंह खैहरा डोप टेस्ट करवा चुके हैं। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्स्टेंस (एनडीपीएस) कानून, 1985 में संशोधन के जरिए ड्रग की तस्करी करने के लिए मौत की सजा के प्रवधान की सिफारिश करने का फैसला लिया गया था।