मुहर्रम पर अलग-अलग हादसों में मातम के दौरान पांच लोगों की मौ

लखनऊ। मुहर्रम पर आशूरा के दिन जुलूस के साथ ताजियों को करबला ले जाते और मातम करते समय हुए हादसों में पांच लोगों की मौत हो गई इसके साथ साथ आधा दर्जन से अधिक जगह पर ताजिया में आग लगने से 68 लोग झुलस गए।

बलिया के सिकंदरपुर में ताजिया दफन कर शुक्रवार देर रात करीब दो बजे ट्रैक्टर से वापस घर जाते समय ताजिया में लगी लोहे की छतरी में करेंट आने से जिन्दापुर निवासी समी खां (22), सलीम खां (18) व उमरान (18) की मौत हो गई। वहीं चार बुरी तरह झुलस गए, जिनका इलाज जिला चिकित्सालय में चल रहा है। घटना के बाद पूरे गांव में मातम छाया हुआ है।
जिंदापुर निवासी युवक ताजिया को कर्बला में दफन कर देर रात को वापस अपने गांव ट्रैक्टर से जा रहे थे। ताजिया में लगी लोहे की छतरी भी अपने साथ लिए थे। अभी अपने गांव के बाहर पहुंचे ही थे कि ट्रैक्टर पर खड़ी लोहे की छतरी बिजली के तार के संपर्क में आ गई। इससे उसमें करंट आ गया और आधा दर्जन से अधिक लोग इसकी चपेट में आ गए। इसमें जिन्दापुर गांव के तीन युवा समी खां, सलीम खां और उमरान की मौत हो गई। वहीं गांव के ही न्यूकर (17), गुड्डू (35), अनु (12) व आरिफ (14) बुरी तरह झुलस गए। चारों को सीएचसी सिकन्दरपुर ले जाया गया, जहां से चिकित्सकों के रेफर करने के बाद सभी का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है।

करंट और आग से मुरादाबाद में 35 और अमरोहा में 16 लोग झुलस गए। इन सभी का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। पुलिस के साथ ही प्रशासनिक अफसर अस्पताल पहुंचे। सभी घायलों का हाल जाना। मुरादाबाद के मझोला के मंडी रोड पर सैनी सीमेंट स्टोर के पास जयंतीपुर गांव के लोग ताजिया लेकर कटघर के करुला स्थित कर्बला जा रहे थे।

परंपरागत रास्ते के ऊपर बिजली लाइन गुजर रही है। 16 फीट ऊंचे ताजिये पर लाऊडस्पीकर रखा था। रात को जब अजादार लाइन के नीचे से निकले तो ताजिया तार से छू गया और स्पार्किंग होने लगी। ताजिया में करंट आ गया और चिन्गारी से उसमें आग लग गई।
जयंतीपुर से कर्बला जाते समय ताजिया हाइटेंशन लाइन के संपर्क में आने से ताजिये में आग लग गई। ताजिये में करंट आने से करीब 50 लोग झुलस गए जिसमें पांच की हालत गंभीर बनी हुई है। घटना से इलाके में अफरा-तफरी मच गई। झुलसे 36 लोगों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। कई लोगों को निजी अस्पताल में भी भर्ती किया गया है। एक साथ इतनी संख्या में झुलसे लोगों के पहुंचने पर अस्पताल में व्यवस्थाओं की पोल खुल गई। पुलिस और प्रशासनिक अफसर भी अस्पताल में पहुंचे।

ताजिये की ऊंचाई करीब 16 फीट थी। परंपरागत रास्ते के ऊपर हाइटेंशन बिजली लाइन गुजर रही है। ताजिये के उपर लाउडस्पीकर रखा था। यहां पर रात करीब 10.45 बजे जब अजादार ताजिया लेकर लाइन के नीचे से निकले करंट ताजिया में उतर गया। तेज धमाके के साथ ताजिये में करंट दौड़ा और आग लग गई। ताजिये के आसपास चल रहे अजादारों को करंट लगने के बाद चीखने चिल्लाने लगे। करंट से 25 युवक झुलस गए।

घटना से मौके पर हड़कंप मच गया। अफरा-तफरी के माहौल में सभी झुलसे लोगों को एंबुलेंस में डालकर जिला अस्पताल में ले जाया गया। सभी को बर्न वार्ड में भर्ती कराया गया है। सीओ सिटी पूनम सिरोही और सीओ एलआइयू सुनीता दहिया ने मौके पर पहुंच कर मरीजों को भर्ती कराने का बंदोबस्त कराया।

मंडी रोड पर सड़क ऊंचाई पर थी। 16 फीट के ताजिये में करंट दौड़ा तो किसी को बचने का समय और सहारा तक नहीं मिल पाया। ताजिये को पकड़कर चल रहे अजादार करंट की चपेट में अपनी जगह से हिल तक नहीं सके। इस दौरान स्पार्किंग के बाद आग के शोले नीचे गिरे और देखते-देखते जलता ताजिया नीचे आ गिरा। यह देखकर मंजर और भी भयावह हो गया था। ज्यादातर अजादार ताजिये की आग के नीचे गिरने से झुलसे हैं। पूरे इलाके में अफरातफरी मच गई। करंट को देखकर आसपास के लोग भी बचाने की हिम्मत नहीं जुटा पाए। बाद में सभी को साइड करने के बाद अस्पताल तक लगाया गया।

प्रत्यक्षदर्शी इरशाद और मोहम्मद कासिम ने बताया कि ताजिया जैसे ही हाईटेंशन लाइन से टकराया। अचानक ही ताजिये में भयंकर आग लग गई। जब तक अजादार करंट की चपेट में जकड़े हुए थे। उन्हें भागने का मौका तक नहीं मिला। इतने ही समय में ताजिया जल कर अजादारों के ऊपर गिरने से बड़ी संख्या में लोग झुलस गए। आग बुझने के बाद ही आसपास की भीड़ ने हिम्मत दिखाते हुए लोगों को बचाया।

उसके बाद एंबुलेंस को सूचना दी गई। बताया जाता है कि काफी देरी बाद ही एंबुलेंस मौके पर पहुंची, जब तक बड़ी संख्या में लोग सड़क पर पड़े हुए तड़प रहे थे। समय पर एंबुलेंस नहीं मिलने के कारण लोगों ने हंगामा कर दिया था। झुलसी अवस्था में कुछ अजादार को उनके परिजन उठाकर निजी अस्पताल में ले गए। करीब दस लोगों को आनन फानन में निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जबकि 25 के करीब मरीजों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। अमरोहा के डिडौली कोतवाली क्षेत्र के कनकपुरा गांव के कर्बला जाते समय 25 फीट ऊंचा ताजिया बिजली के तार से छू गया और उसमें करंट उतर आया। इससे असगरी गांव के 16 लोग झुलस गए। इन सभी को अमरोहा जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पांच की हालत नाजुक होने पर मेरठ रेफर किया गया है। सूचना पाकर पूर्व कैबिनेट मंत्री महबूब अली, क्रिकेटर मुहम्मद शमी, एडीएम गुलाब चंद, एएसपी बृजेश ङ्क्षसह अस्पताल पहुंचे और घायल लोगों का हाल जाना।

फैजाबाद के कुमारगंज गांव के आठ लोग और अमेठी के जगदीशपुर में मोहर्रम की जियारत करने कुड़वा घाट से नाव लेकर जगदीशपुर थाने क्षेत्र के गौहर का पुरवा जा रहे थे। आधी रात के बाद गोमती नदी का बहाव तेज होने से नाव पलट गई। फैजाबाद से पीएसी के पहुंचने के बाद दोनों जिलों की टीमों ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। पांच घंटे बाद टीम ने मोहम्मद हसीब (13) पुत्र मोहम्मद शफीक निवासी पूरे झारियक कुमारगंज का शव बरामद किया। बाकी लोग बचा लिए गए।

बाराबंकी जिले के थाना फतेहपुर के ग्र्राम पकरिया पुरवा में कंधे पर रखकर दफन करने के लिए ले जाया जा रहा ताजिया बिजली के तार में उलझ गया। इससे उसमें आग लग गई। इस दौरान जलता हुआ ताजिया लतीफ (45) पर गिर गया। इसमें वह बुरी तरह झुलस गया।

घटना के दौरान वहां भगदड़ मच गई। उसे लखनऊ के सिविल अस्पताल रेफर कर दिया गया। वहीं ताजिया के जुलूस में छूरी से मातम मना रहे मो. अबरार (25) का दायां हाथ कट गया। गोंडा के परसपुर थाना क्षेत्र के आंटा कस्बे में मुहर्रम जुलूस के दौरान दीवार गिरने से आठ वर्षीय बच्चे की मौत हो गई जबकि उसका जख्मी हो गया।
इलाहाबाद के लालगोपालगंज में हाईटेंशन विद्युत तार से ताजिया टकरा गया। करंट की चपेट में आने से ताजिया पकड़े छह सोगवार झुलस गए। वहीं, हंडिया के पहाड़पुर गांव में भी ताजिया जुलूस करंट की चपेट में आ गया, जिसमें तीन अकीदतमंद झुलस गए।

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