नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में आज आतंकी मसूद अजहर को ग्लोबल आंतकवादी घोषित करने का प्रस्ताव आने वाला है। अगर सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य चीन अमेरिका, फ्रांस और ब्रिटेन द्वारा लाए जा रहे इस प्रस्ताव में अड़ंगा नहीं लगाता है तो दोपहर 12.30 मसूद ग्लोबल आतंकी घोषित हो जाएगा।
इधर, भारत ने अमेरिका और फ्रांस के साथ पुलवामा आतंकी हमले के बाद कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज शेयर किए हैं ताकि मसूद के खिलाफ पुख्ता सबूत पेश किया ्रजा सके।इस बीच, ऐसी भी खबरें है कि चीन ने मसूद को ग्लोबल आतंकी घोषित करने से रोकने के लिए फिर से पैंतरा चला है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार चीन ने मसूद के खिलाफ और सबूत मांगे हैं। 2017 में भी चीन ने अड़ंगा लगाकर जैश सरगना मसूद को वैश्विक आतंकी घोषित होने से बचा लिया था। बालाकोट ही वह जगह है जहां आतंकियों को ट्रेंड करने का काम मसूद अजहर ने किया था। जैश-ए-मोहम्मद सरगना इस जगह का अक्सर ही विजिट करता था और आतंकियों को बरगलाने का काम करता था। मसूद के साथ ही जैश के कुख्यात आतंकी मुफ्ती अब्दुल रऊफ असगर और मौलाना उमर भी इस जगह का विजिट करते रहे हैं। पुलवामा आतंकी हमले का आत्मघाती हमलावर भी बालाकोट ट्रेनिंग कैंप में ट्रेंड हुआ था।बालाकोट ही वह जगह है जहां आतंकियों को ट्रेंड करने का काम मसूद अजहर ने किया था। जैश-ए-मोहम्मद सरगना इस जगह का अक्सर ही विजिट करता था।