भाजपा के खिलाफ एकजुट हुआ विपक्ष
कोलकाता। देश में फैली सांप्रदायिकता को रोकने के लिए और मोदी मोदी सरकार के खिलाफ एकजुटता दिखाने को आज कोलकाता में 20 दलों के नेता एक मंच पर हैं। खास बात यह है कि भाजपा के बागी नेता शत्रुघ्न सिन्हा और यशवंत सिन्हा भी यहां मंच साझा करने पहुंचे हैं।
कोलकाता में होने वाली ममता की मेगा रैली के लिए पूरे पश्चिम बंगाल से तृणमूल कांग्रेस के लाखों कार्यकर्ता व समर्थक कोलकाता पहुंचे हैं। तृणमूल के समर्थकों का यह हुजूम मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के यूनाइटेड इंडिया रैली के लिए उमड़ा है। इस रैली के जरिए बनर्जी लोकसभा चुनाव से पहले विपक्ष की ताकत प्रदर्शित कर रही हैं।
सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व पहले के सभी रिकॉर्ड तोडऩे में कोई कसर नहीं रखना चाहता। पार्टी नेतृत्व के अनुसार, करीब चार-पांच लाख लोग सड़क, रेल व जल मार्ग के जरिए विपक्ष की ताकत को देखने व सुनने के लिए शहर में पहुंचे हैं। खबर लिखे जाने तक सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लोगों को संबोधित नहीं किया था।
मेगा रैली से पहले विपक्षी नेताओं
के साथ ममता बनर्जी
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
रैली की सफलता के लिए बड़े-बड़े मंचों के अलावा, 20 टॉवर खड़े किए गए हैं और 1,000 माइक्रोफोन एवं 30 एलईडी स्क्रीन लगाई गई है ताकि दर्शक नेताओं को साफ तौर पर देख एवं सुन सकें। सुरक्षा के पुख्ता इंतजामों के लिए रैली वाले स्थान के अंदर एवं आस-पास 10,000 सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है और 400 पुलिस पिकेट लगाए गए हैं। सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस ने बताया कि रैली स्थान के आस-पास वाहनों की आवाजाही प्रतिबंधित कर दी गई है।
किसने क्या कहा
संविधान को खत्म करने की हो रही कोशिश : जिग्नेश
हार्दिक के बाद जिग्नेश मेवाणी ने कहा कि देश देश बुरे दौर से गुजर रहा है। विपक्ष का एकजूट होना बड़ा संदेश है। देश में किसान, मजदूर और दलितों का शोषण हो रहा है। संविधान को खत्म करने की कोशिश की जा रही है।
सांप्रदायिक ताकतों को जवाब देंगे क्षेत्रीय दल : सोरेन
झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि क्षेत्रीय दल सांप्रदायिक ताकतों को जवाब देंगे। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार में दलितों और आदिवासियों का शोषण हुआ है।
यह रैली नहीं रैला -जयंत चौधरी
अजित सिंह चौधरी के बेटे जयंत चौधरी ने कहा कि यह रैली नहीं रैला है। निजी कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए जनता के पैसों को लूटा जा रहा है। नेता जिद्दी भी होता है। चौधरी चरण सिंह किसानों के लिए जिद्दी थे। ममता कोलकाता के लिए जिद्दी हैं। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के लिए जिद्दी हैं, उन्हें अपने लोगों को ठेका देने की जिद्द है और यह जिद्दी देश को पसंद नहीं है। अच्छे दिन लाना है तो मोदी को भगाना है। विपक्षी दल कदम से कदम मिलाकर चलेंगे और बीजेपी के तंबू को उखाड़ फेकेंगे। उनके अलावा अरूणाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री गेगोंग अपांग ने महारैली में कहा कि पिछले चार साल में भारतीय लोकतंत्र के लिए कई बार परीक्षण हुए हैं।
लोकतंत्र बचाने की लड़ाई है – यशवंत सिन्हा
बीजेपी के बागी नेता यशवंत सिन्हा ने कहा कि सवाल एक व्यक्ति को हटाने का नहीं सोच का है। मोदी सरकार ने हर लोकतांत्रिक व्यवस्था को खत्म बर्बाद करने में लगी है। मोदी को मुद्दा न बनाएं, मुद्दों को मुद्दा बनाएं। उन्होंने कहा कि यह लड़ाई लोकतंत्र बचाने की है। कश्मीर की समस्या का समाधान गोली से नहीं बोली से होगा। मुझे पाकिस्तान का एजेंट भी कहा गया। लेकिन क्या प्यार की बात करना देशद्रोह है। मेरा एक उद्देश्य है, एक लड़ाई बाकी है वो है इस सरकार को सत्ता से बाहर करना। इसके लिए आवश्यक है कि मंच पर उपस्थित नेता तय करें कि भाजपा उम्मीदवार के खिलाफ हर सीट पर सिर्फ एक उम्मीदवार खड़ा होगा।
राफेल जैसा घोटाला किसी सरकार में नहीं हुआ : शौरी
अरुण शौरी ने कहा कि राफेल जैसा घोटाला किसी सरकार में नहीं हुआ। ऐसी झूठ बोलने वाली सरकार कभी नहीं आई। गुजरात में विपक्ष एक होकर लड़ता तो बीजेपी सत्ता में नहीं आती। विपक्ष एकजूट होकर ही मोदी को हटा सकता है। सत्ता से मोदी को हटाने के लिए विपक्ष को एकजूट होकर अर्जून बनना पड़ेगा। इस सरकार ने हर संस्था को बर्बाद करने की जिद पकड़ रखी है। मोदी शाह से लोगों को विश्वास उठ गया है। मोदी समझ गए हैं कि सत्ता से उनकी पकड़ हिल गई है।
मैं मुसलमान हूं, हिन्दुस्तान का हिस्सा हूं : फारूक
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री व नेशनल कांफ्रेंस के वरिष्ठ नेता फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि सांप्रदायिक ताकतों को रोकने के लिए संगठित होना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि मैं मुसलमान हूं और हिन्दुस्तान का हिस्सा हूं। जिस तरह से भाजपा देश को एक करने का नारा देकर उसे तोड़ रही है, यह साफ दिख रहा है।