अस्पताल ने बनाया ब्रांड एंबेसडर
सना की एक झलक पाने के लिए अस्पताल में उमड़ी लोगों की भीड़
30 घंटे बाद मौत को मात देकर बोरवेल से निकली थी बाहर
पटना। 30 घंटे तक बोरवेल में फंसे रहने के बाद मौत को मात देकर बाहर निकली सना को पीएमसीएच से मिठाई खिलाकर विदा किया गया। सना को पटना से मुंगेर के लिए रवाना किया गया। पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ. राजीव रंजन प्रसाद ने सना को अस्पताल का ब्रांड एंबेसडर बनाने का ऐलान किया। उसका इलाज कर रहे डॉक्टरों ने सना को माला पहनाई और उसे मिठाई खिलाई। कई लोगों ने सना को गिफ्ट दिया। डॉक्टर राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि सना जैसी बहादुर बच्ची पर बिहार को नाज है।
आप को याद दिलाते चलें कि सना एक अगस्त की शाम खेलने के दौरान 40 फीट गहरे बोरवेल में गिर गई थी। 30 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम उसे बाहर निकाला था। सना को मुंगेर के सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों ने उसे बेहतर इलाज के लिए पीएमसीएच रेफर कर दिया था। पीएमसीएच के इमरजेंसी वॉर्ड में सना का 7 दिनों तक इलाज चला। सना के इलाज के लिए डॉक्टरों की विशेष टीम गठित की गई थी।