बसपा के बाद अखिलेश की निगाहें ‘आपÓ पर

लखनऊ। लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर विपक्ष एकजुटता दिखाने लगा है। उत्तर प्रदेश में लोकसभा की 80 सीटें हैं, जिस पर सभी दलों की निगाहें हैं। अधिक से अधिक सीटें कैसे जीती जाए इसको लेकर समाजवादी पार्टी में गहनता से मंथन किया जा रहा है। जिस तरह से भाजपा अध्यक्ष अमित शाह अपने सहयोगी दलों को मनाने में जुटे हैं। ठीक उसी तरह अब सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी के बड़े दलों को अपने साथ लेना शुरू कर दिया है। सबसे पहले बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो सुश्री मायावती को अखिलेश यादव ने अपने पक्ष में किया। अब यूपी में आम आदमी पार्टी को भी सपा के साथ लाने की कवायद शुरू कर दी है। ऐसा प्रतीत होता है कि ‘आपÓ संयोजक अरविंद केजरीवाल भी चाहते हैं कि उत्तर प्रदेश में उनकी पार्टी दम भरे। इसलिए राज्यसभा सांसद एवं यूपी के प्रभारी संजय सिंह को अरविन्द केजरीवाल ने अखिलेश यादव से मुलाकात के लिए भेजा।राजनीतिक सूत्रों के अनुसार इस मुलाकात का मकसद एक दूसरे का सहयोग था। बताया जा रहा है कि आम आदमी पार्टी भी सपा-बसपा के साथ आना चाह रही है ताकि भाजपा का रथ रोका जा सके। फिलहाल उत्तर प्रदेश में भाजपा की 73 सीटें हैं। इन सीटों को कैसे कम किया जाए, इस पर ही विपक्षी दल मंथन करने में जुटे हैं। संजय सिंह और अखिलेश यादव की मुलाकात के मायने राजनीतिक रूप से सकारात्मक माना जा रहा है। क्योंकि उत्तर प्रदेश के कई ऐसे इलाके हैं जहां पर आम आदमी पार्टी को भी लोग पसंद कर रहे हैं। शहरी इलाकों में ‘आपका वोट बैंक बढ़ा है।केजरीवाल के दूत के रूप में अखिलेश से मिलने पहुंचे संजय सिंह

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