पाक से संबंध सुधारना सबसे बड़ी चुनौती : डॉ. सब्बरवाल
नोएडा। कांग्रेस ने भाजपा को घेरने की पूरी तैयारी कर ली है अब प्रोफेशनल्स को जोडऩे के लिए आल इंडिया प्रोफेशनल्स कांग्रेस (एआईपीसी) के नोएडा चैप्टर के तत्वावधान में राजनयिक कूटनीति को लेकर रिफ्लेक्शन नामक सेमिनार का आयोजन किया गया।
पाकिस्तान में आठ साल तक रहे डिप्टी हाई कमिश्नर और चार साल हाई कमिश्नर रहे डॉ. शारत सब्बरवाल ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि सार्क देशों से भारत के रिश्तों और चीन के बढते प्रभाव पर विस्तार से चर्चा होनी चाहिए। उन्होंने पाकिस्तान के परिप्रेक्ष्य में बल की जगह कूटनीति के इस्तेमाल पर जोर दिया जाना चाहिए। डॉ. सब्बरवाल ने कहा कि पाकिस्तान के साथ व्यापारिक सहयोग होना बेहद जरूरी है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और नवाज शरीफ के बीच व्यापारिक संबंधों का उदाहरण दिया। अब पाकिस्तान के होने वाले प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी दोनों देशों के बीच शांति स्थापित करने के लिए व्यापारिक संबंधों पर जोर दिया है। ऐसे में दोनों देशों के बीच साकारात्मकता आना चुनौती है। उन्होंने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक उस वक्त होती जब कोई हमारी सीमा में घुस आता है। इससे पहले भी सर्जिक स्ट्राइक होती रही मगर जिस तरह इस बार सर्जिक स्ट्राइक का प्रचार किया गया है वह बेहद अफसोसजनक है। इससे सेना का भी मनोबल गिरता है। इस मौके पर आयोजक हुमा ताहिर, यतेंद्र कसाना, डॉ. वीएस चौहान, कृपा राम शर्मा, डॉ. एस सिद्दीकी, आरके सिंह, देवी दयाल, चौ.लियाकत, यतेंद्र शर्मा, अन्नू खान, राजेश राय, पवन शर्मा, हरेंद्र अग्रवाल, मुकेश यादव, गुड्डू, शहाबुद्दीनआदि मौजूद थे।