नई पार्किंग नीति प्राधिकरण के लिए बनी नासूर

विरोध में उद्यमी, वसूली कर रहे ठेकेदारएनईए का प्रतिनिधिमंडल एसीईओ से मिला

नोएडा। शहर में पार्किंग की नई नीति को लेकर प्राधिकरण अधिकारी घिरते नजर आ रहे है। सेक्टर-18 के दुकानदारों का विरोध थमा नहीं था अब शहर की शानोशौकत यानि उद्योगपति भी नई पार्किंग नीति के विरोध में उतर आए है।
औद्योगिक क्षेत्रों में अब पार्किंग का मुद्दा एक बार से फिर चरम पर है। नोएडा एंटरप्रिन्योर्स एसोसिएशन का प्रतिनिधिमंडल प्राधिकरण दफ्तर में एसीईओ आर के मिश्रा से मिला और उनसे कहा कि फैक्ट्रियों के सामने लगाई गई पार्किंग रद्द की जाए। वही पार्किंग की समस्या सेक्टर-18 में भी बेहद संगीन हो गई है। यहां दुकानदार पार्किंग का ठेका केवल एक कंपनी को दिए जाने का विरोध कर रहे हैं उनकी मांग है कि दुकानदारों के लिए एक गाड़ी की पार्किंग निशुल्क की जाए।

वेतन बढ़ नहीं रहा पार्किंग का खर्च अलग से
औद्योगिक सेक्टरों में पार्किंग का असर केवल फैक्ट्री मालिक पर नहीं ही बल्कि यहां के कामगारों पर भी पड़ रहा है। जय हिन्द जनाब को कंपनियों के कुछ कर्मचारियों ने बताया कि फैक्ट्री मालिक उनका वेतन बढ़ा नहीं रहे है बल्कि कार वालों को 5 हजार रुपए तथा दो पहिया वाहन लाने वालों को ढाई हजार रुपए पार्किंग शुल्क देना होगा। ऐसे में कर्मचारी जो बीस हजार रुपए वेतन पाते है उनका कहना है कि वेतन बढ़ा नहीं लेकिन 5 हजार रुपए पार्किंग में और डीजल के दामों में बढ़ोत्तरी होने से जीवनयापन करना बेहद मुश्किल हो रहा है। अब तक पार्किंग का कोई शुल्क नहीं था ये बोझ उन्हें बहुत ज्यादा खल रहा है।

एनईए अध्यक्ष विपिन कुमार मल्हन के नेतृत्व में आरके मिश्रा, अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी, नौएडा विकास प्राधिकरण से सैक्टर-6 स्थित कार्यालय में पार्किग ठेकेदारी प्रथा के सबंध में मिला तथा उन्हें एक ज्ञापन सौंपा। श्री मल्हन ने अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी महोदय को अवगत कराया कि नौएडा प्राधिकरण द्वारा प्राधिकृत पार्किग ठेकेदार द्वारा चिन्हित क्षेत्र के अलावा सड़कों पर ही पार्किग बनाकर वसूली की जा रही है । ठेकेदार के आदमी आये दिन इकाई के आगे वाहन खड़ा करने पर उद्यमियों से अभद्र व्यवहार कर रहें है जिसके कारण उद्यमियों में आको्रश व्याप्त है । ठेकेदार के आदमियों द्वारा इकाई में आने वाले सप्लायर, वायर, कर्मिकों तथा अन्य आगन्तुकों से भी अवांछित वसूली एंव दुव्यवहार किया जा रहा है इससे व्यापार पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। ठेकेदार के आदमियों द्वारा उद्यमियों से इकाई की दीवार के साथ वाहन खड़ा करने पर भी पैसों की मॉग की जा रही है । उद्यमी द्वारा जब औद्यौगिक भूखंड लिया जाता है तब उद्यमी से नौएडा विकास प्राधिकरण द्वारा सड़क की चौड़ाई, पार्किंग फेस, कार्नर प्लाट का अलग से शुल्क लोकेशन चार्ज लिया जाता है । इस अवसर पर एनईए महासचिव वीके सेठ, उपाध्यक्ष मौ. इरशाद , सह सचिव पियूष मंगला, कोषाध्यक्ष शरद चन्द्र जैन, सह. कोषाध्यक्ष नीरू शर्मा, के साथ-साथ अमित तारा, संदीप बांदा, राजीव गोयल, फरदीन खान, मौजूद थे ।

उद्यमी द्वारा प्राधिकरण की लीज रैंट आदि सभी देयताएं दी जाती है तो उद्यमी से अपनी इकाई के आगे वाहन पार्क करने पर पार्किग शुल्क लेने का कोई औचित्य नही है ।
श्री मल्हन ने कहा कि औद्यौगिक क्षेत्रों में वाहन पार्किग के नाम पर दिये गये ठेके के आदेशो को वापस लेते हुए पार्किग ठेकों को निरस्त कर, औद्यौगिक क्षेत्रों में पार्किग के नाम पर दी जाने वाली ठेकेदारी प्रथा को समाप्त करने हेतु उचित कदम उठाने की कृपा करें ।

साथ ही उद्योगपतियों
ने अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी महोदय से कहा कि किसी भी हालत में उद्यमी
अपनी इकाई के आगे भुगतान पार्किंग ;च्ंपक च्ंतापदहद्ध नही बनने देगें ।

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