जेएनयू छात्र नेता उमर खालिद का नाम पहली बार कथित तौर पर हुई देश विरोधी नारेबाजी में सामने आया था।
नई दिल्ली। सोमवार को संसद के पास जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्र नेता उमर खालिद पर अज्ञात हमलावर ने फायरिंग की। लोकिन खालिद बाल-बाल बच गए। पुलिस को मौके से एक पिस्तौल बरामद हुई है। सोमवार को कॉन्स्टिट्यूशनल क्लब में यूनाइटेड अगेंस्ट हेट नामक संगठन ने लिंचिंग पर खौफ से आजादी कार्यक्रम आयोजित किया था। इसमें वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण, जदयू सांसद मनोज झा, रोहित वेमुला की मां राधिका समेत कई लोगों को आंमत्रित किया गया था। खालिद को भी इसमें शामिल होने था।
पुलिस के मुताबिक खालिद पर उस वक्त हमला हुआ, जब वे एक दुकान पर अपने साथियों के साथ चाय पी रहे थे। खालिद ने कहा कि देश में आतंक का माहौल है। जो कोई भी सरकार के खिलाफ बोलेगा उसे धमकाया जाएगा।
पुलिस को एक चश्मदीद ने बताया कि मैं खालिद के साथ चाय की दुकान पर मौजूद था। तभी सफेद शर्ट पहने एक युवक ने आकर पहले धक्का-मुक्की की फिर उमर खालिद पर गोली चलाई। हड़बड़ाहट में खालिद जमीन पर गिर गया और हमलावर का निशाना चूक गया। इसके बाद कुछ लोगों ने उसे पकडऩे की कोशिश की। हमलावर हवाई फायर करते हुए भागने लगा और पिस्टल उसके हाथ से फिसलकर गिर गई।