जल निगम की लापरवाही से धंसी 33 करोड़ की लागत से बनी सड़क
ब्रजघाट। जल निगम के अधिकारियों और ठेकेदार के भ्रष्टाचार की मार जनता को झेलनी पड़ रही है। इस भ्रष्टाचार के कारण करोड़ों की लागत से बनी सड़क धंस गई। लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने जल निगम के अधिकारियों को पत्र लिखकर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर दी। जबकि सड़क धंसने से हुए गड्ढों में गिरकर लगभग 12 लोग घायल हो चुके हैं। इसके बावजूद जल निगम के अधिकारी धंसी सड़क की मरम्मत नहीं कर रहे हैं।
केंद्रीय मार्ग निधि योजना के अंतर्गत 30.28 करोड़ रुपये की लागत से ब्रजघाट से पलवाड़ा होते हुए सलारपुर तक 13.700 किमी लंबी सड़क का निर्माण कार्य मार्च 2018 में शुरू हुआ था। यह सड़क पहले 3.75 मीटर चौड़ी थी, जिसे बढ़ाकर सात मीटर किया गया है। अमरोहा-गढ़ लोकसभा सीट के सांसद चौधरी कंवर ङ्क्षसह तंवर ने 17 मार्च को इस सड़क का शिलान्यास किया था।
लगभग दो माह पहले ही इस सड़क को आम लोगों के आवागमन के लिए खोला गया था। इसके लगभग 15 दिन बाद ही सड़क धंस गईं। यही स्थिति क्षेत्र के अन्य कई स्थानों पर भी बनी हुई है। फर्जी बांड पर गन्ने बेचने वाले किसानों को नहीं हुआ भुगतान बिछाने वाले ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई करने और मेनहोल को दोबारा मजबूत बनाए जाने के लिए जल निगम के अधिकारियों को कई बार पत्राचार के माध्यम से सूचित किया है।