मेरठ। छेड़छाड़ का विरोध करने पर बीते मंगलवार को आग के हवाले की गई सरधना की छात्रा ने आज नई दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में दम तोड़ दिया। वहां पर पोस्टमार्टम के बाद आज छात्रा का शव सरधना लाया जाएगा।
सरधना में छेड़छाड़ का विरोध करने पर जलाई गई छात्रा ने करीब एक हफ्ते बाद आज राजधानी दिल्ली के प्रख्यात सफदरगंज अस्पताल में दम तोड़ दिया।
दोपहर बाद छात्रा का शव सरधना पहुंचने की संभावना है। बीती 17 अगस्त की सुबह छात्रा के पिता आरोपित के घर छेड़छाड़ का विरोध दर्ज करने गए थे। इसके बाद पिता दुकान पर चले गए। वहां पर कुछ देर बाद चार आरोपित और उनके पिता छात्रा के घर पहुचे और छात्रा से मारपीट कर केरोसिन उड़ेलकर आग लगाकर भाग गए।
शोर सुनकर परिवारीजन के साथ आसपास के लोगों ने छात्रा के शरीर पर से आग को बुझाया। पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने छात्रा को गंभीर हालत में सीएचसी में उपचार कराया। डॉक्टर ने गंभीर हालत में छात्रा को मेरठ रेफर कर दिया। हालत गंभीर होने पर 20 अगस्त की सुबह नई दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल रेफर कर दिया।
छात्रा के दादा ने छह आरोपित राजवंश बागड़ी, रोहित सैनी, गजराज सैनी, अमन, दीपक उर्फ चेतन उर्फ दीप चंद और देवेंद्र बागड़ी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
पुलिस ने राजवंश और उसके पिता देवेंद्र बागड़ी को दूसरे दिन गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इसके बाद धरना प्रदर्शन हुए। कमिश्नरी घेरने की चेतावनी पर पुलिस ने इस मामले में तीन और आरोपित गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। एक आरोपी की मदद करने पर सिपाही के खिलाफ भी कार्रवाई हुई। छात्रा की हालत लगातार बिगड़ रही थी। आखिरकार मंगलवार सुबह उसकी मौत हो गयी। इस मामले में एक आरोपित अमन कि पहचान न होने के कारण उसकी अभी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।