कुख्यात मुन्ना बजरंगी की जेल में हत्या
बागपत। उत्तर प्रदेश के माफिया मुन्ना बजरंगी की आज बागपत जेल में गोली मारकर हत्या कर दी गई है। आज ही उसकी पूर्व बसपा विधायक लोकेश दीक्षित से रंगदारी मांगने के आरोप में बागपत कोर्ट में पेशी होनी थी। उसे बीते दिन झांसी से बागपत लाया गया था। पेशी से पहले ही जेल में उसे गोली मार दी गई। 7 लाख का इनामी बदमाश रह चुका सुपारी किलर मुन्ना बजरंगी की जेल में हत्या से हड़कंप मचा है।
मुन्ना बजरंगी की हत्या पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। योगी ने कहा, ‘जेल में हुई हत्या बहुत गंभीर मामला है। मामले की गहराई से जांच होगी। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगाÓ।
मुन्ना बजरंगी की पत्नी सीमा सिंह ने लखनऊ में 10 दिन पहले ही प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उसकी हत्या की आशंका जताई थी। सीमा ने कहा था कि झांसी जेल में मुन्ना बजरंगी का एनकाउंटर करने की साजिश हो रही है। उसका आरोप था कि एसटीएफ में तैनात एक अधिकारी के इशारे पर ऐसा हो रहा है। इस अफसर के कहने पर ही जेल में बजरंगी को खाने में जहर देने की कोशिश तक की गई।
मुन्ना बजरंगी पर 40 हत्याओं, लूट, रंगदारी की घटनाओं में शामिल होने का केस दर्ज है। मुन्ना बजरंगी पूरे यूपी की पुलिस और एसटीएफ के लिए सिरदर्द बना हुआ था। वह लखनऊ, कानपुर और मुंबई में क्राइम करता था। सरकारी ठेकेदारों से रंगदारी और हफ्ता वसूलना का भी आरोप था। मुन्ना बजरंगी ने 29 नवंबर 2005 में बीजेपी नेता कृष्णानंद राय की हत्या कर दी थी। राय की हत्या के जुर्म में मुख्तार अंसारी भी जेल में बंद है। एडीजी जेल ने जेलर उदय प्रताप सिंह, डिप्टी जेलर शिवाजी यादव, हेड वार्डन अरजिन्दर सिंह, वार्डन माधव कुमार को निलंबित कर दिया गया है। इसकी न्यायिक जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
जेल में हुई हत्या बहुत गंभीर मामला है। मामले की गहराई से जांच होगी। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
– मुख्यमंत्री